सुल्तानपुर : ट्रिपल तलाक़ का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। ऐसे ही एक मामले में न्याय मांगने महिला अपने 11 वर्षीय पुत्र के साथ जिला मुख्यालय पहुंची।महिला अपने साथ सीएम को लिखे पत्र भी लाई थी। उसने अधिकारियों की चौखट पर इंसाफ की गुहार लगाई सुनवाई नहीं होने पर महिला एसपी आफिस गेट के बाहर सड़क पर बैठ गई।
12 साल पहले दिया था तलाक़
जानकारी के अनुसार कुड़वार थाना क्षेत्र के धराये गांव निवासी तहसीन बानो के पति हसीब ने करीब 12 साल पहले उसे तलाक दे दिया था। इसके बाद तहसीन ने गुजारा भत्ता के लिए कोर्ट में वाद दायर किया, जिस पर कोर्ट ने तहसीन के हक़ में फैसला सुनाते हुए 6 हजार रुपए महीना गुजारा भत्ता देने का आदेश पति हसीब को दिया था।
तहसीन की मानें तो हसीब ने कोर्ट के आदेश के बावजूद आज तक उसे एक पाई नहीं दिया। उसका कहना है कि कोर्ट में उसने इस बात की जानकारी दिया, इस पर कोर्ट ने कई बार नोटिस जारी किया लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात। ऐसे में खुद उसकी व उसके 11 बरस के बेटे की जिंदगी पार लगना मुश्किल हो चली है।
पुलिस पर मिली भगत का आरोप
इस बीच तहसीन ने जो खुलासा किया है वो चौंकाने वाला है, उसका आरोप है कि पुलिस की मिली भगत के चलते एक भी नोटिस पति तक नहीं पहुंची।अब न्याय की गुहार लगाते हुए सीएम योगी को पत्र लिखा है।
‘मैं जान दे दूंगी’
इस आशय से सम्बंधित पत्र लेकर मुख्यालय पर पहुंची पीडिता ने 12 साल पहले पति ने उसे सिर्फ इसलिए तलाक़ दिया था कि मन मुताबिक दहेज नहीं मिला था। पीडिता का कहना है के कोर्ट के चक्कर काटते हुए 10 साल गुज़र गए, लेकिन अब अगर न्याय न मिला तो ‘मैं जान दे दूंगी’।
पुलिस जांच में जुटी
इस बाबत सीओ सिटी मुकेश कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है।जांच कराई जा रही है, लेकिन मामला कोर्ट से भी जुड़ा है इसलिए पुलिस कानूनी रूप से ही कार्यवाई करेगी।उन्होंने कहा कि इसके बाद भी पीडिता को पूर्ण रूप से न्याय दिलाया जाएगा।
@राम मिश्रा