वाशिंगटन : एक ओर जहां विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोट बंदी फैसले पर उन्हें घेरे हुए तो वहीं अमेरिका ने इस फैसले के पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। अमेरिका ने कहा है कि पीएम मोदी का यह फैसला देश में मौजूद भ्रष्टाचार से निबटने के लिए एक कारगर फैसला है।
आठ नवंबर को पीएम मोदी ने देशभर में 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था।
अमेरिका विदेश विभाग के उप-प्रवक्ता ने रुटीन मीडिया ब्रीफिग में कहा, ‘अमेरिका का मानना है कि यह कदम भारत में गैर-कानूनी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए काफी अहम है।’
जब टोनर से पूछा गया कि क्या पीएम मोदी के इस फैसले से भारत में रह रहे अमेरिकी नागरिकों को समस्या हो रही है?
इस पर उनका जवाब था कि यह कई भारतीयों के लिए असुविधाजनक था और साथ ही कई अमेरिकी नागरिकों को भी दिक्कतें हुईं।
उन्होंने बताया कि अमेरिकी दूतावास की ओर से एक बयान जारी कर भारत में बसे अमेरिकी नागरिकों को इस फैसले के बारे में बता दिया था।
टोनर ने बताया कि जो अमेरिकी भारत में रह रहे हैं उन्हें पुराने नोटों को बदलकर नए नोट हासिल करने से जुड़ी सारी जानकारियां हैं।
उन्होंने कहा था कि थोड़ा सा सामंजस्य भी बैठाना पड़ा। कई भारतीयों को भी असुविधा हुई लेकिन भ्रष्टाचार से निबटने के लिए यह काफी जरूरी फैसला है।
पीएम मोदी ने नोट बंदी के दौरान कहा था कि करेंसी को खत्म कर वह देश में मौजूद भ्रष्टाचार से लड़ना चाहते हैं और जो लोग टैक्स देने से बचते हैं उन्हें सही रास्ते पर लाना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने पुराने नोटों को बंद कर 2000 के नए नोट के साथ 500 रुपए का नया नोट लाने का ऐलान किया था।