सरकारी बैंक केनरा बैंक (Canara Bank) ने सभी अवधि के लिए अपने एमसीएलआर रेट (MCLR) और आरएलएलआर रेट (RLLR) में 15 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर दिया है। रेट्स के बढ़ने से लोन (Loan) लेना महंगा पड़ेगा। ग्राहकों पर EMI का पहले से ज्यादा बोझ बढ़ेगा। बता दें कि Canara Bank ने यह फैसला आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद लिया है। ब्याज दरों में यह बदलाव आज यानी 7 अक्टूबर से लागू हो गया है।
केनरा बैंक का एमसीएलआर (MCLR) रेट्स
एमसीएलआर रेट में 15 बेसिस प्वाइंट के इजाफे के बाद अब केनरा बैंक का 1 महीने के लिए एमसीएलआर रेट 7.05 फीसद, 3 महीने का एमसीएलआर रेट 7.40 फीसद और 6 महीने का एमसीएलआर रेट 7.65 फीसद हो गया है। जबकि 1 साल के लिए केनरा बैंक का एमसीएलआर रेट 1 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 7.90 फीसद हो गया है। जब आप किसी बैंक से कर्ज लेते हैं तो बैंक द्वारा लिए जाने वाले ब्याज की न्यूनतम दर को आधार दर कहा जाता है।
आधार दर से कम दर पर बैंक किसी को लोन नहीं दे सकता। इसी आधार दर की जगह पर अब बैंक एमसीएलआर (MCLR) का इस्तेमाल कर रहे हैं। एमसीएलआर रेट और रेपो रेट का एक दूसरे से लिंक्ड रहने के कारण रेपो रेट बढ़ने से एमसीएलआर रेट पर भी प्रभाव पड़ता है।