केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि हमारे संविधान में कानून और व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसको बनाए रखने के लिए हम सबको समन्वय बना कर कार्य करने की जरूरत है। देश में अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति के अपराध सामने आ रहे हैं, जिसमें ड्रग्स की तस्करी भी शामिल है। ड्रग्स हमारी युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के ड्रग मुक्त भारत के सपने को साकार करने सभी संबंधित ऐजेंसियाँ और विभाग समन्वय एवं सहयोग से इस बुराई को पूरी तरह खत्म करें। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री शाह गुजरात की राजधानी गांधीनगर में मादक पदार्थ तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नशा मुक्त भारत बनाने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। देश की युवा पीढ़ी को सुरक्षित रखना जरूरी है। अवैध मादक पदार्थों के विरूद्ध हम सबको मिल कर लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि देश में एक लाख 65 हजार किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट किया जा चुका है, जो बड़ी उपलब्धि है। सभी नारकोटिक्स एजेंसियों को सुदृढ़ बनाया जा रहा है। गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार नशे के खिलाफ सभी राज्यों का सहयोग लेकर आगे बढ़ रही है। पिछले आठ साल में 20 हजार करोड़ रूपए राशि का 3.33 लाख किलोग्राम ड्रग्स जप्त करने का कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में नशे के खिलाफ कार्यवाही के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया जाए। अभियान को गंभीरता से लेकर निदान पोर्टल पर कार्यवाही के आंकड़े उपलब्ध कराएँ। तस्करी का नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए प्रभावी इन्वेस्टिगेशन सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सम्मेलन में वर्चुअली शामिल हुए। उन्होंने कहा कि ड्रग्स भावी पीढ़ी को ही खोखला ही नहीं करता बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा है। प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। ड्रग्स की सप्लाई चैन के रिडक्शन के लिए कड़ी कार्यवाही की जा रही है। अपराधियों की आर्थिक कमर तोड़ने की रणनीति बनाई गई है। डिमांड रिडक्शन के लिए नशा मुक्ति के लिए जन-जागरण अभियान चलाया जा रहा है। मध्यप्रदेश के युवाओं में नशामुक्ति के लिए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को जोड़ कर कार्य किया जा रहा है। जनता को जागरूक करने के लिए व्यापक कार्यक्रम किए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में नशामुक्ति केंद्रों में स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की गई है। नारकोटिक्स वॉलेंटियर के रूप में युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। नशा मुक्ति अभियान में मादक पदार्थों को नष्ट करने के लिए तेजी से कार्यवाही की जा रही है। केंद्र और अन्य राज्यों से समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है। निदान पोर्टल का प्रभावी उपयोग कर रहे हैं। विगत 2 अक्टूबर से नशामुक्ति अभियान चला कर लगातार कार्यवाही की जा रही है। नशे की बुराई को समाप्त करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। सम्मेलन में मध्यप्रदेश सहित महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, गोवा, दमनदीव और दादर नगर हवेली शामिल हुए। मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, डीजीपी श्री सुधीर कुमार सक्सेना सहित अधिकारी उपस्थित रहे।