मनीष तिवारी ने मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन पत्र पर बतौर प्रस्तावक हस्ताक्षर भी किए थे। इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि नया अध्यक्ष मिलते ही कांग्रेस के जी-23 की नाराजगी दूर हो चुकी है।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव खत्म होते ही पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी के तेवर भी बदल गए हैं। आज वह तेलंगाना में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए। आपको बता दें कि कांग्रेस में संगठनात्मक चुनाव की मांग करने वालों में मनीष तिवारी भी शामिल थे। उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन पत्र पर बतौर प्रस्तावक हस्ताक्षर भी किए थे। इसके बाद ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि नया अध्यक्ष मिलते ही कांग्रेस के कथित जी-23 की नाराजगी दूर हो चुकी है।
राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को तेलंगाना के नारायणपेट जिले के येलिगंदला से फिर से शुरू हुई। इसके आज 23.3 किलोमीटर की दूरी तय करने की उम्मीद है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि यात्रा शुक्रवार रात को महबूबनगर में रुकेगी। राज्य में यात्रा का यह तीसरा दिन है।
सूत्रों के मुताबिक, यात्रा सुबह करीब 6.10 बजे शुरू हुई और इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी के सी वेणुगोपाल और पार्टी की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी सहित कई नेता बड़े नेता राहुल गांधी के साथ शामिल हुए। सूत्रों ने बताया कि राहुल ने दो स्कूली छात्राओं को बुलाया, जो यात्रा मार्ग में सड़क किनारे उनका इंतजार कर रही थीं और कुछ दूरी तक उनके साथ चले। कांग्रेस पार्टी द्वारा शेयर किए गए फोटो में मनीष तिवारी भी नजर आ रहे हैं।
आपको बता दें कि सात नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करने से पहले यात्रा तेलंगाना के नौ लोकसभा और 19 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए कुल 375 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। चार नवंबर को यात्रा एक दिन का विराम लेगी।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल खेल, व्यवसाय और मनोरंजन क्षेत्र की हस्तियों के साथ-साथ विभिन्न समुदायों के बुद्धिजीवियों और नेताओं से मुलाकात करेंगे। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने कहा कि राहुल पूरे तेलंगाना में प्रार्थना स्थलों, मस्जिदों और मंदिरों का दौरा कर वहां पूजा-अर्चना भी करेंगे। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। यात्रा का तेलंगाना चरण आरंभ करने से पहले राहुल ने केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में पदयात्रा की।