उत्तर कोरिया ने मंगलवार को मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जो जापान के ऊपर से गुजरते हुए प्रशांत महासागर में जा गिरी। जापान के अधिकारियों ने आसपास की इमारतों को खाली करने के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र के निवासियों के लिए ‘जे -अलर्ट’ जारी किया है। 2017 के बाद पहली बार ऐसा ‘अलर्ट’ जारी किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, वार्निंग के सायरन बजते ही लोग सुरक्षित जगहों पर छिपने लगे। ऐसा माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने क्षेत्र में अमेरिकी सहयोगियों को निशाना बनाने वाले हथियारों का परीक्षण तेज कर दिया है।
जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि उत्तर कोरिया की ओर से एक मिसाइल दागी गई, जिसके जापान के ऊपर गुजरते हुए प्रशांत महासागर में गिरने की आशंका है। देश के होक्काइदो और आओमोरी क्षेत्र में ट्रेन सेवाएं कुछ समय के लिए निलंबित की गईं थी, जो अब बहाल कर दी गई हैं। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा, ‘उत्तर कोरिया की ओर से हाल ही में किए गए परीक्षण की कड़ी निंदा करता हूं। मैं मौजूदा स्थिति को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ बातचीत करूंगा।’
‘नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं’
जापान कैबिनेट के मुख्य सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने कहा कि उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि मिसाइल 22 मिनट तक हवा में रहने के बाद देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर समुद्र में गिरी। वहीं, दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ ने कहा कि उन्हें उत्तर के उत्तरी अंतर्देशीय क्षेत्र से दागी गई बैलिस्टिक मिसाइल के बारे में पता चला है। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया की सेना ने निगरानी बढ़ा दी है और अमेरिका के साथ निकट समन्वय बनाए हुए है।
4,000 किमी की दूरी तय करने में सक्षम मिसाइल
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने कहा कि उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की मिसाइल का प्रक्षेपण किया, जो 4,000 किलोमीटर (2,485 मील) की दूरी तय कर सकती है। इसका मतलब है कि यह मिसाइल गुआम तक पहुंचने में सक्षम होगी। यूं ने कहा कि उन्होंने प्रक्षेपण पर चर्चा करने के लिए एक राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई। उत्तर कोरिया के लापरवाही भरे परमाणु संबंधी उकसावे की दक्षिण कोरिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय कड़ी प्रतिक्रिया देगा।
बीते 10 दिन में उत्तर कोरिया का यह 5वां परीक्षण
उत्तर कोरिया की ओर से पिछले 10 दिन में किया गया यह 5वां परीक्षण है। यह दक्षिण कोरिया-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास और पिछले सप्ताह जापान से जुड़े सहयोगियों के अन्य प्रशिक्षण की जवाबी कार्रवाई प्रतीत होती है। उत्तर कोरिया इस तरह के अभ्यास को युद्ध का पूर्वाभ्यास बताता है।