पुतिन ने कहा कि रूस के लिए यूक्रेन पर परमाणु हथियारों से हमला करना निरर्थक है। उन्होंने कहा, ‘हमें इसकी कोई जरूरत नहीं दिख रही है। इसका कोई मतलब नहीं है, न तो राजनीतिक और न ही सैन्य।’
न्यूक्लियर हथियार को लेकर छिड़ी बहस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन की बात पर भरोसा नहीं हो रहा है। बाइडेन का कहना है कि ‘वह इसके बारे में बात क्यों कर रहे हैं।’ साथ ही उन्होंने इन संभावनाओं को ‘बेहद खतरनाक’ बताया है। खबरें हैं कि पुतिन और अन्य रूसी अधिकारी बीते कुछ समय से कथित तौर पर यह कह रहे हैं कि रूस क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।
पुतिन ने क्या कहा था?
पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय विदेश नीति विशेषज्ञों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि रूस के लिए यूक्रेन पर परमाणु हथियारों से हमला करना निरर्थक है। उन्होंने कहा, ‘हमें इसकी कोई जरूरत नहीं दिख रही है। इसका कोई मतलब नहीं है, न तो राजनीतिक और न ही सैन्य।’ पुतिन ने अपने लंबे भाषण में अमेरिका और उसके सहयोगियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर प्रभुत्व के ‘खतरनाक, रक्तरंजित और गंदे’ खेल में अन्य देशों पर अपनी शर्तों को थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
पुतिन ने दलील दी कि दुनिया एक अहम मोड़ पर है, जहां पश्चिम अब मानव जाति के लिए अपनी इच्छा थोपने में सक्षम नहीं है, लेकिन फिर भी ऐसा करने की कोशिश करता है और ज्यादातर देश अब इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी नीतियों से और अधिक अराजकता पैदा होगी।
बाइडेन क्या बोले?
एक इंटरव्यू के दौरान बाइडेन ने पुतिन की बात पर संदेह जाहिर किया। उन्होंने कहा, ‘अगर उनका कोई मकसद नहीं है, तो वह इसके बारे में लगातार बात क्यों कर रहे हैं? वह न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल करने की क्षमताओ के बारे में क्यों बात कर रहे हैं?’ उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से उन्होंने इस बारे में बात की है, उसमें वह बहुत खतरनाक है।’