मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान कॉलेज में बाघ के घूमने और घुसने से हड़कंप मच गया। बाघ के मूवमेंट के बाद कॉलेज प्रबंधन ने आगामी आदेश तक सभी कक्षाएं रद्द कर दी है। साथ ही कैंपस में रहने वाले सभी छात्रों को सुरक्षा हॉस्टल से बाहर नहीं निकलने के निर्देश जारी किए गए हैं। इस संबंध में कॉलेज प्रंबधन ने नोटिस जारी किया है।
दरअसल कॉलेज परिसर में बाघ की मौजूदगी को गंभीरता से लेते हुए कॉलेज प्रबंधन ने आगामी आदेश तक सभी कक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया है। और इस संबंध में एक आदेश जारी कर दिया गया है। कैंपस में रहने वाले सभी छात्रों को बतौर सुरक्षा हॉस्टल से बाहर न निकलने के निर्देश जारी किए गए हैं।
बताया जाता है कि बाघ ने कॉलेज परिसर में एक गाय को भी अपना शिकार बनाया है। कॉलेज कैंपस के स्पोर्ट्स एरिया में बाघ विचरण करता नजर आया। कॉलेज में मौजूद छात्रों ने बाघ की चहलकदमी का वीडियो भी बना लिया। दूसरी तरफ कॉलेज प्रबंधन ने बाघ की मौजूदगी की जानकारी वन विभाग को दी गई है। कॉलेज प्रबंधन ने सभी से सुरक्षा की अपील की है। वन विभाग द्वारा बाघ की खोज की जा रही है। वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बाघ की हलचल पर नजर रखे हुए हैं।
वहीं भोपाल वन मंडल अधिकारी ने बताया कि मैनिट के हॉस्टल नंबर 7 और 8 के पास बाघ के पगमार्क मिले हैं। उसने एक गाय का शिकार भी किया है। टीमें सर्चिंग के लिए लगाई गई हैं। अब हमारा प्रयास उसे आगे बढ़ने से रोकना है। आज वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर आगे का निर्णय लिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान में भी बाघ कुछ दिन से दिखाई दे रहा था। मैनिट में इसी बाघ के घुसने की बात बताई जा रही है। इसके पहले भोज यूनिवर्सिटी के कुलपति के बंगले में भी यह बाघ दिखाई दे चुका है। इसे टी-123 बाघिन के दो शावकों में से एक बताया गया था।
जानकारों की माने तो यह बाघ अपनी टेरिटरी बना रहा है। वाल्मी के आसपास बाघ पिछले कई महीने से मूवमेंट कर रहा है। बाघ अपनी टेरिटरी बनाने के लिए यूरिन से पेड़ों पर स्प्रे करते है। और यह एक तरह से अन्य बाघों को सूचना होती है कि यह इलाका अब मेरा है। इसके अंदर कोई दूसरा बाघ आने की जुर्रत न करें।