यह संयंत्र 23 एकड़ में फैला है और इसमें प्रति वर्ष 1,200 कंबाइन हार्वेस्टर एवं 3,300 राइस ट्रांसप्लांटर्स का निर्माण करने की क्षमता है। अपने समर्पित आपूर्तिकर्ता पार्क के साथ, पीथमपुर संयंत्र द्वारा अंततः 1,100 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किए जाने की उम्मीद है।
महिंद्रा समूह की सहायक कंपनी, महिंद्रा एंड महिंद्रा फार्म इक्विपमेंट सेक्टर (एफईएस) ने मध्य प्रदेश के पीथमपुर में अपने पहले डेडिकेटेड फार्म मशीनरी प्लांट (नॉन-ट्रैक्टर) का आज औपचारिक उद्घाटन किया। माननीय केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री, भारत सरकार, श्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा नए संयंत्र का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर राज्य के प्रमुख अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति और महिंद्रा एंड महिंद्रा के वरिष्ठ लीडर्स उपस्थित रहे।महिंद्रा का नया फार्म मशीनरी प्लांट महत्वपूर्ण रूप से औद्योगिक शहर पीथमपुर में स्थित है, जिसकी पहुंच विविध आपूर्तिकर्ता आधार तक है, जो कंपनी को टिकाऊ, उच्च-गुणवत्ता युक्त, किफायती और सुलभ ‘मेड इन इंडिया, फॉर इंडिया’ फार्म मशीनरी का निर्माण करने में सक्षम बनाता है, जिसका विपणन महिंद्रा और स्वराज दोनों ही ब्रांड्स के लिए किया जा सकता है। यह प्लांट एशिया, अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका के वैश्विक बाजारों में निर्यात के लिए उत्पादों का निर्माण भी करेगा।
अपने सुनियोजित लेआउट के साथ, यह नया प्लांट फिनलैंड, जापान और तुर्की में महिंद्रा के ग्लोबल टेक्नोलॉजी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में डिजाइन किए गए नए उत्पादों की श्रृंखला को रोल-आउट करने में सक्षम है। यह संयंत्र 23 एकड़ में फैला है और इसमें प्रति वर्ष 1,200 कंबाइन हार्वेस्टर एवं 3,300 राइस ट्रांसप्लांटर्स का निर्माण करने की क्षमता है। अपने समर्पित आपूर्तिकर्ता पार्क के साथ, पीथमपुर संयंत्र द्वारा अंततः 1,100 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किए जाने की उम्मीद है। नए फार्म मशीनरी संयंत्र के शुभारंभ समारोह के दौरान बोलते हुए, माननीय केंद्रीय कृषि और ग्रामीण कल्याण मंत्री, श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “मध्य प्रदेश में, महिंद्रा समूह द्वारा फार्म मशीनरी के लिए इस अनूठे संयंत्र के शुभारंभ के अवसर पर यहां आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। महिंद्रा द्वारा राज्य में सबसे उल्लेखनीय निवेशों में से एक किया गया है जिससे इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान किए जा सके हैं। आज, यह समूह पीथमपुर में ‘मेड इन इंडिया’ कृषि मशीनरी के निर्माण के लिए अपनी नई ग्रीनफील्ड सुविधा के शुभारंभ के साथ अपने निवेश को और बढ़ा रहा है। यह न केवल महिंद्रा समूह के लिए, बल्कि देश और हमारे किसानों के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।” उन्होंने आगे कहा, “विश्व स्तर पर, मशीनीकरण उच्च कृषि विकास और उच्च खाद्य सुरक्षा के प्रमुख घटकों में से एक रहा है। इस संबंध में किए गए कई अध्ययनों से बढ़े हुए पैदावार और कृषि मशीनीकरण के बीच सीधे संबंध का पता चला है। 2030 तक भारत में कृषि मशीनीकरण को दोगुना करने की महत्वाकांक्षा के साथ, सरकार भारत ने भारतीय कृषि के अधिक से अधिक मशीनीकरण का समर्थन करने के लिए कई योजनाएं और नीतियां पेश की हैं और कृषि मशीनीकरण में आत्मनिर्भरता लाना उनमें से एक है।”
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के प्रेसिडेंट, हेमंत सिक्का ने कहा, “महिंद्रा कई दशकों से भारत के ट्रैक्टराइजेशन में अग्रणी रही है और अब कृषि के मशीनीकरण में अग्रणी बनने के लिए दृढ़संकल्पित है। हमारा लक्ष्य अपने कृषि मशीनरी व्यवसाय को 5 वर्षों में 10 गुना बढ़ाना है और पीथमपुर में नया कृषि मशीनरी संयंत्र इस रणनीति के क्रियान्वयन में एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।”
महिंद्रा द्वारा फार्म मेकेनाइजेशन को प्रोत्साहन
50 से अधिक देशों में उपस्थिति के साथ, महिंद्रा की भारत की कृषि भूमि को यंत्रीकृत करने में बड़ी भूमिका है और इसका उद्देश्य भारत एवं दुनिया भर में किसानों के लिए अग्रणी प्रौद्योगिकियों के माध्यम से समृद्धि प्रदान करना है ताकि उन्हें आगे बढ़ने में सक्षम बनाया जा सके।
‘ट्रांसफॉर्म फार्मिंग, एनरिच लाइव्स’ के अपने उद्देश्य से प्रेरित और वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े ट्रैक्टर निर्माता के रूप में, महिंद्रा का फार्म इक्विपमेंट सेक्टर कृषि क्षेत्र की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए कृषि मशीनरी उत्पादों और समाधानों की पूरी श्रृंखला के साथ लगातार काम कर रहा है। (ट्रैक्टर से परे) दुनिया भर के बाजारों से इनपुट और सीख के साथ, पिछले दशक में अधिग्रहण के माध्यम से तीन वैश्विक प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए हैं। ये केंद्र महिंद्रा को दुनिया भर में बड़ी जोत वाले खेतों में उपयोग की जाने वाली प्रौद्योगिकियों को भारत के छोटी जोत वाले किसानों के लिए सस्ती एवं सुलभ बनाने में भारतीय बाजार के लिए प्रासंगिक प्रौद्योगिकियों को अनुकूलित करने में सक्षम बनाते हैं।
महिंद्रा समूह की सहायक कंपनी, महिंद्रा एंड महिंद्रा फार्म इक्विपमेंट सेक्टर (एफईएस) ने मध्य प्रदेश के पीथमपुर में अपने पहले डेडिकेटेड फार्म मशीनरी प्लांट (नॉन-ट्रैक्टर) का आज औपचारिक उद्घाटन किया। माननीय केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री, भारत सरकार, श्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा नए संयंत्र का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर राज्य के प्रमुख अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति और महिंद्रा एंड महिंद्रा के वरिष्ठ लीडर्स उपस्थित रहे।महिंद्रा का नया फार्म मशीनरी प्लांट महत्वपूर्ण रूप से औद्योगिक शहर पीथमपुर में स्थित है, जिसकी पहुंच विविध आपूर्तिकर्ता आधार तक है, जो कंपनी को टिकाऊ, उच्च-गुणवत्ता युक्त, किफायती और सुलभ ‘मेड इन इंडिया, फॉर इंडिया’ फार्म मशीनरी का निर्माण करने में सक्षम बनाता है, जिसका विपणन महिंद्रा और स्वराज दोनों ही ब्रांड्स के लिए किया जा सकता है। यह प्लांट एशिया, अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका के वैश्विक बाजारों में निर्यात के लिए उत्पादों का निर्माण भी करेगा।
अपने सुनियोजित लेआउट के साथ, यह नया प्लांट फिनलैंड, जापान और तुर्की में महिंद्रा के ग्लोबल टेक्नोलॉजी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में डिजाइन किए गए नए उत्पादों की श्रृंखला को रोल-आउट करने में सक्षम है। यह संयंत्र 23 एकड़ में फैला है और इसमें प्रति वर्ष 1,200 कंबाइन हार्वेस्टर एवं 3,300 राइस ट्रांसप्लांटर्स का निर्माण करने की क्षमता है। अपने समर्पित आपूर्तिकर्ता पार्क के साथ, पीथमपुर संयंत्र द्वारा अंततः 1,100 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किए जाने की उम्मीद है। नए फार्म मशीनरी संयंत्र के शुभारंभ समारोह के दौरान बोलते हुए, माननीय केंद्रीय कृषि और ग्रामीण कल्याण मंत्री, श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “मध्य प्रदेश में, महिंद्रा समूह द्वारा फार्म मशीनरी के लिए इस अनूठे संयंत्र के शुभारंभ के अवसर पर यहां आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। महिंद्रा द्वारा राज्य में सबसे उल्लेखनीय निवेशों में से एक किया गया है जिससे इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान किए जा सके हैं। आज, यह समूह पीथमपुर में ‘मेड इन इंडिया’ कृषि मशीनरी के निर्माण के लिए अपनी नई ग्रीनफील्ड सुविधा के शुभारंभ के साथ अपने निवेश को और बढ़ा रहा है। यह न केवल महिंद्रा समूह के लिए, बल्कि देश और हमारे किसानों के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।” उन्होंने आगे कहा, “विश्व स्तर पर, मशीनीकरण उच्च कृषि विकास और उच्च खाद्य सुरक्षा के प्रमुख घटकों में से एक रहा है। इस संबंध में किए गए कई अध्ययनों से बढ़े हुए पैदावार और कृषि मशीनीकरण के बीच सीधे संबंध का पता चला है। 2030 तक भारत में कृषि मशीनीकरण को दोगुना करने की महत्वाकांक्षा के साथ, सरकार भारत ने भारतीय कृषि के अधिक से अधिक मशीनीकरण का समर्थन करने के लिए कई योजनाएं और नीतियां पेश की हैं और कृषि मशीनीकरण में आत्मनिर्भरता लाना उनमें से एक है।”
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के प्रेसिडेंट, हेमंत सिक्का ने कहा, “महिंद्रा कई दशकों से भारत के ट्रैक्टराइजेशन में अग्रणी रही है और अब कृषि के मशीनीकरण में अग्रणी बनने के लिए दृढ़संकल्पित है। हमारा लक्ष्य अपने कृषि मशीनरी व्यवसाय को 5 वर्षों में 10 गुना बढ़ाना है और पीथमपुर में नया कृषि मशीनरी संयंत्र इस रणनीति के क्रियान्वयन में एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।”
महिंद्रा द्वारा फार्म मेकेनाइजेशन को प्रोत्साहन
50 से अधिक देशों में उपस्थिति के साथ, महिंद्रा की भारत की कृषि भूमि को यंत्रीकृत करने में बड़ी भूमिका है और इसका उद्देश्य भारत एवं दुनिया भर में किसानों के लिए अग्रणी प्रौद्योगिकियों के माध्यम से समृद्धि प्रदान करना है ताकि उन्हें आगे बढ़ने में सक्षम बनाया जा सके।
‘ट्रांसफॉर्म फार्मिंग, एनरिच लाइव्स’ के अपने उद्देश्य से प्रेरित और वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े ट्रैक्टर निर्माता के रूप में, महिंद्रा का फार्म इक्विपमेंट सेक्टर कृषि क्षेत्र की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए कृषि मशीनरी उत्पादों और समाधानों की पूरी श्रृंखला के साथ लगातार काम कर रहा है। (ट्रैक्टर से परे) दुनिया भर के बाजारों से इनपुट और सीख के साथ, पिछले दशक में अधिग्रहण के माध्यम से तीन वैश्विक प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए हैं। ये केंद्र महिंद्रा को दुनिया भर में बड़ी जोत वाले खेतों में उपयोग की जाने वाली प्रौद्योगिकियों को भारत के छोटी जोत वाले किसानों के लिए सस्ती एवं सुलभ बनाने में भारतीय बाजार के लिए प्रासंगिक प्रौद्योगिकियों को अनुकूलित करने में सक्षम बनाते हैं।