मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री भारतरत्न श्रीमती इंदिरा गांधी और प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई को उनकी जयंती पर उनके तैल चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती गांधी के बहुआयामी व्यक्तित्व और देश के लिए उनके योगदान को याद करते हुए कहा है कि वे आजीवन गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए लगी रहीं। देश की एकता और अखण्डता की रक्षा के लिए उन्होंने अपना जीवन तक न्यौछावर कर दिया। देश में सद्भाव बढ़ाने और एकता की भावना को मजबूत करने के लिए श्रीमती गांधी के जन्मदिन को कौमी एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
श्री बघेल ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई का अदम्य साहस और शौर्य आज भी लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। रानी लक्ष्मी बाई ने अपनी मातृभूमि की रक्षा और सम्मान के लिए प्राण तक न्यौछावर कर दिए। रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों का साहसपूर्वक विरोध किया और जीवन के अंतिम क्षण तक हार नहीं मानी।
धर्मजयगढ़ के विधायक लालजीत सिंह राठिया ने भी दोनों महान विभूतियों को पुष्पांजलि अर्पित की।