मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने संत कंवरराम की पुण्य-तिथि पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास कार्यालय स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। संत कंवरराम जी का जन्म 13 अप्रैल 1885 को अविभाजित भारत के सिंध प्रांत में सक्खर जिले के जरवाल गाँव में हुआ था। संत जी ने सिंध क्षेत्र में प्रचलित परम्परागत ‘भगति’ कार्यक्रम से गाँव-गाँव में प्रभु भक्ति के साथ नैतिक और मानवीय मूल्यों तथा साम्प्रदायिक सद्भाव का प्रचार किया। उन्होंने धर्म और जाति के भेदभाव को अपने निकट नहीं आने दिया और सदैव सामाजिक समरसता, एकता और भाईचारे का प्रसार किया। राष्ट्र प्रेमी संत कंवरराम ने जलियांवाला बाग कांड के बाद लोगों में आजादी की अलख जगाने के लिए भी कार्य किया। सर्वधर्म समभाव के ध्वजवाहक संत जी की एक नवम्बर 1939 को हत्या कर दी गई। केन्द्र सरकार ने संत कंवरराम जी की 125वीं जयंती पर वर्ष 2010 में डाक टिकट जारी किया था।