मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारी श्री वासुदेव बलवंत फड़के की जयंती पर नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। श्री फड़के का जन्म 4 नवम्बर, 1845 को कोंकण के गाँव केल्शी में हुआ था। उन्हें भारत के स्वतंत्रता संग्राम का आदि क्रांतिकारी कहा जाता है। वे ब्रिटिश काल में किसानों की दयनीय दशा को देख कर विचलित थे। उनका दृढ़ विश्वास था कि “स्वराज” ही इस रोग की दवा है। श्री फड़के ने स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए सशस्त्र मार्ग का अनुसरण किया। अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह करने के लिए लोगों को जागृत करने में उनका विशेष योगदान रहा। महाराष्ट्र के कोली, भील तथा धांगड समुदाय को एकत्र कर उन्होंने ‘रामोशी’ नाम का क्रान्तिकारी संगठन खड़ा किया। श्री फड़के का निधन 17 फ़रवरी 1883 को हुआ।