सेनाओं के बीच युद्ध के साढ़े आठ महीने से ज्यादा बीतने के बाद बुधवार को यूक्रेन के गांवों व कस्बों में भीषण लड़ाई व गोलाबारी देखने को मिली। दोनों ही सेनाओं पर विभिन्न मोर्चों पर आगे बढ़ने का दबाव है।
क्या यूक्रेन युद्ध खत्म होने की तरफ बढ़ रहा है? क्या पुतिन की सेना युद्ध हार रही है? बुधवार को रूस ने अपनी सेना को यूक्रेन के सबसे बड़े शहर खेरसॉन से पीछे हटने का आदेश दिया। खुद रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रूस ने सैनिकों को दक्षिणी यूक्रेन के खेरसॉन शहर से हटने का आदेश दिया है। वैसे इस इलाके पर यूक्रेनी सेना हफ्तों से आगे बढ़ रही है जिससे रूसी सेना को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा। बता दें कि खेरसान क्षेत्र यूक्रेन के चार प्रांतों में से एक है जिसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अवैध रूप से कब्जा लिया और बाद में वहां रूसी मार्शल लॉ लागू कर दिया।
शोइगु ने यूक्रेन में रूस के कमांडर सर्गेई सुरोविकिन के साथ एक बैठक के दौरान कहा, “सैनिकों को बाहर निकालना शुरू करें।” उन्होंने कहा कि उन्होंने खेरसॉन से सैनिकों को वापस निकालने और नीपर नदी के बाएं किनारे पर सुरक्षा व्यस्था स्थापित करने का “कठिन निर्णय” प्रस्तावित किया है।
रूस के लिए बड़ा झटका
यूक्रेन में रूसी सेना के शीर्ष कमांडर जनरल सर्गेई सुरोविकिन ने बुधवार को रक्षामंत्री सर्गेई शोइगू से कहा कि खेरसॉन तथा पश्चिमी तट के अन्य क्षेत्रों में विभिन्न सामानों की आपूर्ति करना असंभव है। इस पर शोइगू पीछे हटने और पूर्वी तट पर रक्षा पंक्ति खड़ा करने के उनके प्रस्ताव पर राजी हो गए। खेरसॉन से अपनी सेना का हटना रूस के लिए एक बड़ा झटका है। यही एकमात्र ऐसी प्रांतीय राजधानी थी जिसपर रूसी सैन्यबलों ने आठ महीने की लड़ाई के दौरान कब्जा किया था।
साढ़े 8 महीने से जारी है युद्ध
यूक्रेनी व रूसी सेनाओं के बीच युद्ध के साढ़े आठ महीने से ज्यादा बीतने के बाद बुधवार को यूक्रेन के गांवों व कस्बों में भीषण लड़ाई व गोलाबारी देखने को मिली। दोनों ही सेनाओं पर विभिन्न मोर्चों पर आगे बढ़ने का दबाव है। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि 24 घंटे में कम से कम नौ आम नागरिक मारे गए और 24 अन्य घायल हो गए। उसने रूस पर देश के दक्षिण-पूर्व में आठ क्षेत्रों पर हमला करने के लिए विस्फोटक ड्रोन, रॉकेट, भारी तोपखाने और विमानों का उपयोग करने का आरोप लगाया।
यूक्रेनी और रूसी सेनाओं के बीच दक्षिणी शहर खेरसान से लगभग 50 किलोमीटर उत्तर में एक शहर स्निहुरिवका में भी तीखी भिड़ंत हुई। यूक्रेन की सेना को रूस के कब्जे वाले शहर पर फिर से कब्जा करने की उम्मीद है, जो मॉस्को के 24 फरवरी के आक्रमण के दौरान कब्जा की गई एकमात्र क्षेत्रीय राजधानी है और चल रहे जवाबी हमले का एक प्रमुख लक्ष्य है।
खेरसान क्षेत्र के क्रेमलिन द्वारा नियुक्त प्रशासन के उप प्रमुख किरिल स्ट्रेमोसोव ने एक ‘टेलीग्राम’ पोस्ट में कहा कि यूक्रेनी सेना ने स्निहुरिवका के उत्तर में एक रेलवे लाइन से लगे क्षेत्र में “पांव जमा लिया” है। एक अलग पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि रूसी सेना ने आगे बढ़ती यूक्रेनी सेना को खदेड़ दिया था।
रूसी सेना की गोलाबारी का जोर लुहांस्क, डोनेत्स्क और जापोरिज्जिया जैसे अन्य क्षेत्रों को नियंत्रण सुनिश्चित करना है। इस हफ्ते के शुरू में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा था कि कब्जा किए गए सभी क्षेत्रों को वापस लौटाया जाना रूस के साथ किसी भी वार्ता की पूर्व शर्त है।