GISAID एक इंटरनेशनल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन है। यह वायस में होने वालों बदलावों पर नजर रखता है। इसके मुताबिक, भारत में 23 अक्टूबर तक XBB के 380 मामले सामने आए हैं। इस मामले तमिलनाडु सबसे आगे है।
ओमिक्रान के सब-वैरिएंट XBB के चलते कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। XBB.3 सब-वैरिएंट की वजह से सिंगापुर में कोविड इंफेक्शन में तेजी से उछाल आई है। भारत के लिए भी यह खतरा बनता जा रहा है। देश के 9 राज्यों में अब तक XBB के केस रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें तमिलनाडु सबसे ऊपर है।
GISAID एक इंटरनेशनल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन है। यह वायस में होने वालों बदलावों पर नजर रखता है। इसके मुताबिक, भारत में 23 अक्टूबर तक XBB के 380 मामले सामने आए हैं। इस मामले तमिलनाडु सबसे आगे है, जहां 175 केस दर्ज हुए हैं। इसके बाद 103 मामलों के साथ पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर है। मालूम हो कि बंगाल में ही ओमिक्रान के इस सब-वैरिएंट का पहला मामला सामने आया था।
इन राज्यों में फैला XBB सब-वैरिएंट
तमिलनाडु और बंगाल के अलावा ओडिशा (35), महाराष्ट्र (21), दिल्ली (18), पुडुचेरी (16), कर्नाटक (9), गुजरात (2) और राजस्थान (1) में भी XBB का संक्रमण फैला है। अब तक मिले 380 मामलों में XBB.3 सब-वैरिएंट 68.42 फीसदी है। XBB.2 के केस 15 प्रतिशत और XBB.1 के 2.36 प्रतिशत हैं। इसे देखते हुए दूसरे राज्यों को अलर्ट कर दिया गया है।
नए वैरिएंट को लेकर WHO भी चिंतित
डब्लूएचओ की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने भी कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर चिंता जताई है। सौम्या के मुताबिक, XBB वैरिएंट इम्यून सिस्टम को धोखा देकर संक्रमण का शिकार बना सकता है। साथ ही उन्होंने कुछ देशों में कोरोना की नई लहर की चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना के 300 से ज्यादा सब-वैरिएंट चिंता का विषय बने हुए हैं। इसमें भी एक्सबीबी वैरिएंट ज्यादा घातक है।
सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, ‘यह वैरिएंट इम्यून सिस्टम को धोखा देने में सक्षम है। हमने पहले भी कई घातक वैरिएंट देखे हैं, लेकिन यह वैरिएंट एंटीबॉडीज पर हावी हो सकता है। इस वैरिएंट के चलते कुछ देशों में फिर से कोरोना की लहर आ सकती है। हम एक्सबीबी के साथ-साथ बीए5 और बीए1 पर भी निगाह लगाए हुए हैं। यह दोनों वैरिएंट भी बेहद घातक हैं।’