ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 28 साल के भारतीय छात्र शुभम गर्ग पर जानलेवा हमला नस्लीय था या नहीं। इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंदम बागची ने बयान जारी किया है।
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 28 साल के भारतीय छात्र शुभम गर्ग पर जानलेवा हमला हुआ है। हमलावर ने मूल रूप से यूपी के आगरा के रहने वाले शुभम पर चाकू से ताबड़तोड़ 11 वार किए थे। इस वक्त शुभम का इलाज चल रहा है। उसकी बहन काव्या ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी है कि उसके कई ऑपरेशन हो चुके हैं और हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। सिडनी में भारतीय छात्र पर हुए जानलेवा हमले को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंदम बागची ने कहा कि हम ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं और घायल छात्र और उनके परिजनों को हर संभव मदद पहुंचा रहे हैं। बागची ने इस सवाल का जवाब भी दिया कि क्या शुभम पर हुआ जानलेवा हमला ‘नस्लीय हिंसा’ थी?
शुक्रवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंदम बागची ने कहा कि शुभम गर्ग पर हुआ जानलेवा हमला गलत है। इस तरह की घटनाएं काफी दुख पहुंचाती हैं। सवालों का जवाब देते हुए बागची ने कहा कि जैसे ही मंत्रालय को भारतीय छात्र पर हमले के बारे में जानकारी मालूम हुई, हमने तुरंत ऑस्ट्रेलिया में अपने राजदूत से संपर्क किया और छात्र एवं उनके परिजनों को हर संभव तत्काल मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए।
नस्लीय हिंसा थी?
एक सवाल के जवाब में अरविंदम बागची ने कहा कि यह हिंसा नस्लीय हिंसा थी या नहीं। अभी इस बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी मालूम नहीं है। हां इतना पता लगा है कि एक आरोपी को पकड़ लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि अभी इस पर ज्यादा बात करने के बजाय हमारा फोकस छात्र की सलामती पर है। हम चाहते हैं कि घायल छात्र जल्द स्वस्थ हो जाए।
क्या हुआ था
गौरतलब है कि वारदत बीते 6 अक्टूबर को सिडनी में हुई थी। रात साढ़े 10 बजे शुभम एटीएस से पैसे निकालकर अपने घर जा रहे थे। इस दौरान एक शख्स ने शुभम को रोक दिया। उसने चाकू की नोंक पर शुभम को डराने की कोशिश की और पैसे मांगे। जब शुभम ने इनकार कर दिया तो दोनों के बीच हाथापाई हुई। इस दौरान आरोपी ने शुभम पर चाकू से कई वार कर दिए। शुभम की बहन काव्या के मुताबिक, उसके छाती, चेहरे और पेट पर चाकू से 11 वार किए गए हैं। इस वक्त शुभम की हालत गंभीर बनी हुई है। बता दें कि शुभम 1 सितंबर को IIT मद्रास से ग्रेजुएशन करने के बाद ऑस्ट्रेलिया गए थे।
घरवाले कर रहे वीजा का प्रयास
दूसरी ओर शुभम के माता-पिता जो इस वक्त यूपी के आगरा में रहते हैं, ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए वीजा पाने का प्रयास कर रहे हैं। काव्या ने सोशल मीडिया के जरिए भारत सरकार से अपील की थी कि उनके मां-पिता को ऑस्ट्रेलिया लाने में मदद की जाए।