बता दें कि, पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं। हिमाचल में केवल एक चरण में वोटिंग होगी। इसके लिए 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 8 दिसंबर को मतगणना होगी।
हिमाचल प्रदेश में तीन दशकों से हर बार सत्ता परिवर्तन के रिवाज को बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर्चा संभाल लिया है। मोदी हिमाचल प्रदेश के देश के साथ पुराने रिश्ते याद कर भावनात्मक अपील कर रहे हैं। डबल इंजन सरकार के साथ विकास और स्थायित्व का मुद्दा उठाते हुए वह कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और स्वार्थ की राजनीति पर कड़े प्रहार के साथ ही आम आदमी पार्टी से सावधान भी कर रहे हैं।हिमाचल चुनाव के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री ने प्रचार की शुरुआत करते हुए सुंदर नगर और सोलन में दो सभाएं कीं। राज्य में कड़े मुकाबले का पलड़ा भाजपा की तरफ करने के लिए मोदी कांग्रेस और ‘आप’ को आड़े हाथ ले रहे हैं। वह खुद को हिमाचल के गांव, गली और लोगों से खुद को भी जोड़ रहे हैं। इसमें वह संगठन में हिमाचल में लंबे समय तक किए काम के दौरान यहां के लोगों के साथ अपने जुड़ाव का भी लोगों के नाम के साथ जिक्र कर रहे हैं। यह मोदी का बड़ा भावनात्मक पहलू है, जिससे वह लोगों के करीब पहुंचने में जुटे हैं।
निजी रिश्तों के साथ अपील सोलन में उन्होंने कहा कि यहां आकर सारी पुरानी बातें याद आ रही हैं। माल रोड पर मनोहरलाल चने वाले, सोलन गेस्ट हाउस, वहां पर काम करने वाले का खड़ग और सुंदर चौकीदार, उन्हें हर चीज याद है। वह सोलन के डबल कर्जदार हैं और वह डबल इंजन सरकार से इस कर्ज को चुकाएंगे। हिमाचल में बिताए लंबे समय को याद करते हुए वह कहते हैं, यहां की स्मृतियां उनको खींच लाती हैं। हिमाचल के हर गली-मोहल्ले को जानते हैं। न हिमाचल उनको छोड़ता है और न ही वह हिमाचल को छोड़ते हैं। यहां के लोगों का स्नेह अमूल्य है।
भावनात्मक पहलू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा में लोगों से अपील की कि वह यहां से जाकर हर घर तक उनका प्रणाम जरूर पहुंचाएं। बताएं कि मोदी ने उनको प्रणाम कहा है। इससे जो आशीर्वाद मिलेगा वह भाजपा को मिलेगा और हिमाचल के भविष्य की गारंटी कार्ड होगा।
डबल इंज सरकार जरूरी
सोलन की रैली में मोदी के साथ मंच पर शिमला लोकसभा क्षेत्र की 17 व मंडी की एक विधानसभा सीट के उम्मीदवार मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि विकास व स्थायित्व के लिए डबल इंजन सरकार जरूरी है। मोदी ने इस दौरान कहा कि उम्मीदवार के बजाय कमल के फूल पर जोर दे रहे हैं। कहते हैं कि कमल पर दिया वोट मोदी के पास पहुंचता है। दरअसल, इसके जरिए मोदी राज्य में सरकार विरोधी माहौल की काट करने में जुटे हैं।
बता दें कि, पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं। हिमाचल में केवल एक चरण में वोटिंग होगी। इसके लिए 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 8 दिसंबर को मतगणना होगी।