जयपुर [ TNN ] महाराष्ट्र और हरियाणा मे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शानदार प्रदर्शन के एक दिन बाद राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 108 एंबुलेंस घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की शिफारिश की है। इस घोटाले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेस के कई नेताओं का नाम शामिल है।
गहलोत के अलावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलेट, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ए ए खान, पूर्व कें्रदीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ती चिंदबरम और पूर्व मंत्री वायलार रवि के पुत्र रवि कृष्णा का नाम भी शामिल है।
जून में राज्य की पुलिस ने धोखाधड़ी और साजिश रचने का मामला इन नेताओं के खिलाफ दर्ज किया था। आरोप है कि 2009 में रवि कृष्णा की कंपनी जिकित्जा हेल्थ केयर को राजस्थान, पंजाब और बिहार में 108 एंबुलेंस चलाने का कांट्रेक्ट मिला था। एंबुलेंस सेवा पब्लिक-निजी पार्टनरशिप के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का हिस्सा थी ताकि आपातकाल में मरिजों को मदद पहुंचाई जा सके।
मार्च 2012 में भाजपा ने आरोप लगाया था कि कंपनी को उन एंबुलेंसों के लिए करोड़ों रूपए अदा किए गए जो सिर्फ कागजों पर मौजूद थीं या फिर उन फेरों के लिए दिए गए जो कभी लगे ही नहीं।
गहलोत सरकार की ओर से की गई ऑडिट रिपोर्ट में भी कथित तौर पर एंबुलेंसों को गलत तरीकों से उन्हें चलाने की धांधली सामने आई थी जिसके चलते सरकार को 2.56 करोड़ का नुकसान हुआ था, लेकिन फिर भी रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले ने तब और तूल पकड़ा जब यह बात सामने आई की कंपनी में सचिन पायलेट और कार्ती चिंदरंब निदेशक हैं। भाजपा ने आरोप लगाया था की राजनैतिक पहुंच के चलते कांग्रेस ने कंपनी को कांट्रेक्ट दिया।
जून में पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद पायलेट ने कहा था की प्रदेश सरकार के निर्देश पर यह मामला दर्ज किया गया है और कांग्रेस पदाधिकारियों को इसके चलते निशाना बनाया जा रहा है। मामले की जांच सीआईडी कर रही है जिसने मुख्यमंत्री से मामले की जांच के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश की है।