मंडला- मध्य प्रदेश मंडला जिले में तंत्र साधना के जरिये धन हासिल करने के चक्कर में बेज़ुबान वन प्राणियों को शिकार बनाया जा रहा है। पिछले कई मामलों में वन प्राणियों के शिकार के जो भी मामले सामने आये है उसमे धन वर्षा को ही वजह बताया जा रहा है। सोमवार को कान्हा टाइगर रिज़र्व की स्पेशल टीम ने तेंदुए के शिकार मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। गिरफ्तार किये गए आरोपियों में शिक्षक, पटवारी और सचिव शामिल है। इस मामले में सोमवार को 4 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किये जा चुका है जिसमे एक पूर्व सरपंच भी है।
कान्हा टाइगर रिज़र्व की स्पेशल टीम ने सिझोरा बफर जोन के ग्राम कटंगा से तेंदुए का चमड़ा, नाखून और बालों के गुच्छे के साथ 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूंछ – ताछ में पता चला कि ये लोग तेंदुए के चमड़े से धन वर्षा करना चाह रहे थे। धन वर्षा के लिए पूर्व सरपंच महादेव पंडा बन तंत्र – साधना करने वाला था। गिरफ्तार किये गए आरोपियों की निशानदेही के बाद 7 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
इस पूरे मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चूका है। इस मामले में अभी और भी गिरफ़्तारी होना बाकि है। पार्क प्रबंधन को तेंदुए के शिकारी की भी तलाश है। गिरफ्तार किये गए आरोपियों में पूर्व सरपंच महादेव, शिक्षक रमई सिंह, पटवारी रामनाथ मरकाम और पंचायत सचिव अर्जुन गौंड़ शामिल है। आरोपियों के पास से तेंदुए का चमड़ा, नाखून, और बालों के गुच्छे के साथ एक बाइक और एक बुलेरो वाहन भी जप्त किया गया है।
रिपोर्ट- @सैयद जावेद अली