इंदौर- मध्य प्रदेश के डेवलपमेंट जिला इंदौर में एक व्यापारी से ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है ! जिसमे उसके साथ फर्जी ई-कॉमर्स वेब साइट बनाकर 11 लाख रुपए की ठगी हुई है ! पीड़ित कारोबारियों ने पुलिस में शिकायत की है। ठगी में जबलपुर के गिरोह पर शक जताया जा रहा है। तुकोगंज पुलिस बैंक अकाउंट और आईपी एड्रेस से आरोपियों की तलाश कर रही है।
ये मामला तब प्रकाश में आया जब धेनु मार्केट निवासी पीड़ित कारोबारी मनीष कुमार (48) रविवार को पुलिस के पास पहुंचकर अभेडेन केरोलिन के खिलाफ ऑनलाइन ठगी करने की शिकायत की।
व्यापारी ने पुलिस को बताया- कई दिनों से ऑन लाइन कार सर्च कर रहा था। 6 फरवरी को मैंने वेब साइट ई-बे डॉट कॉम पर स्कॉडा (डीएल 10 सीजी 1166) देखी। उन्होंने बताया- कार ई-बे ग्लोबल शिपिंग वेयर हाउस में खड़ी हुई है। कार मनी बैक गारंटी व्हीकल प्रोड्क्शन परचेस पॉलिसी में कवर्ड है, जिसकी कीमत 7 लाख 50 हजार रुपए है। कार की तस्वीर और कीमत देखकर मैंने खरीद ली। और 11 फरवरी को एसबीआई के खाते में रुपए आरटीजीएस कर दिए। कंपनी ने ई-मेल द्वारा बताया कि 15 फरवरी तक कार पहुंच जाएगी। 10 दिन ट्रायल का मौका दिया जाएगा। पसंद नहीं आने पर कार रिटर्न हो जाएगी।
मनीष के मुताबिक 16 फरवरी तक कार नहीं पहुंची तो मैंने रिमाइंडर भेजा। रात में अचानक क्विकर डॉट कॉम पर सर्चिंग की तो वही कार बेचने के लिए पोस्ट की गई थी। आरोपियों ने कार का ओनर अभडेन केरोलिन नीदरलैंड्स एंबेसी इन इंडिया दर्शाया था। दिल्ली आरटीओ की वेब साइट पर सर्च करने पर पता चला उक्त कार नेहा पुनिया के नाम पर रजिस्टर्ड है। जिस पर एचडीएफसी बैंक का फाइनेंस भी है। इस खुलासे के बाद मैंने आरोपियों को कई बार ई-मेल किए, लेकिन उन्होंने जवाब देना ही बंद कर दिया।
पुलिस ने अकाउंट की जानकारी निकाली तो खाता स्टेट बैंक कॉलोनी (जबलपुर) निवासी महेश शर्मा का निकला। जांच में पता चला कि वहां महेश शर्मा नहीं रहता। फरियादी के मुताबिक मैनेजर ने बताया- खाते में लाखों रुपए जमा हो रहे हैं। एक और कारोबारी ने 4 लाख की ठगी की शिकायत दर्ज की है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।