रायपुर [ TNN ] छत्तीसगढ के सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के एलमागोडा और कच्चपाल के जंगल में आज नक्सलियों के बड़े हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तेरह जवान शहीद हो गए जिसमें दो अफसर शामिल है और एक दर्जन से अधिक घायल हैं।
राज्य में नक्सल अभियान के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आर के मिंज ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नक्सलियों ने घात लगाकर इस बड़े हमले को अंजाम दिया। घायलों को जगदलपुर के चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल भेजा गया है। घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल की ओर आसपास के शिविरों और थानों से पुलिस बल भेजा गया है।
सीआरपीएफ सूत्रों ने बताया कि नक्सलियों ने गांव वालों को ढाल बनाकर इस हमले को अंजाम दिया हैं। जवानों के पास काफी बैकअप था लेकिन अचानक हुए हमले और गांव वालों के सामने होने से उन्हें संभलने और जवाब देने का मौका नहीं मिला।
केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद यह पहला बड़ा नक्सली हमला है। इस तरह से नक्सलियों ने सीधे केंद्र सरकार के माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को चैलेंज किया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नक्सलियों के इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह कायरता का काम है।
उन्होंने जानकारी दी कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह से बात की है और उनसे मामले पर नजर रखने को कहा है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि राजनाथ सिंह कल छत्तीसगढ़ का दौरा कर सकते हैं।
वहीं इस हमले पर गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसान छत्तीसगढ़ में किसी भी नक्सली हमले की इंटेलिजेंस रिपोर्ट नहीं थी, लेकिन यह नक्सल प्रभावित इलाका है। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि एक बार रिपोर्ट आ जाएगी तो कुछ कहा जाएगा। इस बीच कार्यवाहक सीआरपीएफ डीजी और आइजी छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं और वे अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को देंगे।