लखनऊ- नवंबर 1990 में अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाने के मामले पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने एक बार फिर बयान दिया है। मुलायम सिंह का मानना है, 1990 में कारसेवकों पर गोली चलवाना सही कदम था। उन्होंने कहा, देश की एकता बचाने के लिए गोली चलवाई थी। देश की एकता के लिए 16 की जगह 30 जानें लेनी पड़तीं तो ले लेते। ये बात मुलायम सिंह ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक पुस्तक विमोचन के दौरान कहीं।
मुलायम सिंह ने कहा, अयोध्या में गोली चलवाने के बाद सदन में मेरी बहुत आलोचना हुई थी लेकिन अगर मैं गोली नहीं चलवाता तो मुसलमानों को देश से भरोसा उठ जाता। हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई इसी देश के हैं।
इसी साल जनवरी में मुलायम सिंह ने इस मामले में कहा था कि 1991 में अयोध्या में गोली चलवाने के कारण मैंने नैतिकता के नाते इस्तीफा दे दिया था। मस्जिद बचाने के लिए गोली चलवानी पड़ी थी। मुलायम ने इस बात पर अफसोस भी जताया था।
बता दें कि मुलायम साल भर पहले भी कारसेवकों को लेकर ऐसी ही बात कह चुके हैं। तब भी उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवाने के फैसले को सही करार दिया था। मुलायम का ये बयान सियासी हलकों में चुनाव से ऐन पहले उनका चुनावी दांव समझा जा रहा है।