जमशेदपुर – सरकार द्वारा संचालित एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने वाली 200 छात्राओं ने एक साथ स्कूल छोड़ दिया। बोर्डिंग स्कूल की छात्राओं को यह कड़ा कदम इसलिए उठाना पड़ा क्योंकि स्कूल में 220 छात्रों के बीच महज पांच टॉयलेट्स ही थे।
मामला जमशेदपुर से 50 किमी दूर सरायकेला जिले में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है। छात्राओं ने बताया कि टॉयलेट की कमी के कारण उन्हें खेतों में जाने को मजबूर होना पड़ता था, जहां स्थानीय लड़के उनके साथ छेड़छाड़ करते हैं।
हाल ही में स्कूल की वॉर्डन अनीता बेरी ने ईचागढ़ पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज करवाई और छेड़छाड़ के मामलों की जांच करने की गुजारिश की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर इस इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ा दी।
स्कूल प्रशासन ने शिकायत की थी कि स्कूल में बाउंड्री वॉल नहीं है, इससे स्थानीय लड़के और ज्यादा छेड़छाड़ करते हैं। लड़के रात में लड़कियों के हॉस्टल में पत्थर भी फेंकते हैं। इस स्कूल में 12वीं तक की छात्राएं पढ़ती हैं।
जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है। हालांकि, कमेटी छात्राओं के स्कूल छोड़ने के मामले को टॉयलेट की कमी से नहीं जोड़ना चाहती। गुरुवार को कैंपस में दौरा करने आए जिला शिक्षा अधिकारी हरिशंकर ने कहा कि हम कारणों के बारे में तभी बता पाएंगे, जब जांच की रिपोर्ट जमा कर दी जाएगी।