2जी घोटाले मामले में पटियाला हाउस कोर्ट की सीबीआई विशेष अदालत ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और डीएमके राज्यसभा सांसद कनिमोई समेत 17 आरोपियों को बरी कर दिया जिसका बरी हुए नेताओं समेत कांग्रेस के नेताओं ने भी स्वागत किया। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि खराब नीयत से आरोप लगाए गए थे और ये सारे आरोप राजनीतिक प्रोपेगेंडा था।
वहीं, सरकार की ओर से वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि 2जी पर फैसले को कांग्रेस सम्मान के तमगे की भांति ले रही है, लेकिन उसकी शून्य राजस्व घाटे का सिद्धांत तभी गलत साबित हो गया था। जब उच्चतम न्यायालय ने स्पेक्ट्रम आवंटन रद्द कर दिया था।
उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले को सर्टिफिकेट न समझें उन्होंने कहा कि 2007-08 स्पेक्ट्रम आवंटन का आधार उस वक्त की बाजार कीमतों के आधार पर नहीं दिया गया था। उस समय की यूपीए सरकार ने 2001 की कीमतों के आधार पर लाइसेंस आवंटित किए। आवंटन नीलामी के जरिए नहीं बल्कि पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया गया।
एक नजर आज बरी हुए 2जी घोटाले के सभी अभियुक्तों के नाम…
1. ए राजा
2. सिद्धार्थ बेहुरा
3. आरके चंदोलिया
4. शाहिद उस्मान बलवा
5. विनोद गोयनका
6. मैसर्स स्वान टेलीकॉम (प्राइवेट) लिमिटेड (अब मैसर्स एतिसलात डीबी टेलीकॉम (प्राइवेट) लिमिटेड)
7. संजय चंद्रा
8. मैसर्स यूनीटेक वायरलैस (तमिलनाडु) लिमिटेड
9. गौतम दोषी
10. सुरेंद्र पिपारा
11. हरि नायर
12. मैसर्स रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड
13. आसिफ बलवा
14. राजीव अग्रवाल
15. करीम मोरानी
16. शरद कुमार
17. कनिमोई करुणानिधि
वहीं, कपिल सिब्बल ने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर हमारा ‘जीरो लॉस’ का दावा सिद्ध हो गया और ये मामला संसद में उठाएंगे।