मंदसौर – आधुनिकता के इस युग में आजकल के युवा दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करना चाहते हे वे रातोरात करोडो रुपया कामना चाहते हे फिर चाहे तरक्की गलत तरीके से ही क्योंना हासिल की गयी हो लेकिन इस आपाधापी में वे लोग ये बात भूल जाते हे की बुरे काम का परिणाम भी बरा ही होता हे । मन्दसौर पोलिस ने भी एक ऐसे ही युवक को गिरफ्तार किया हे जिसने कई जगह अलग अलग बेंको में फर्जी चेक लगाकर करोड़ों रुपयो की हेराफेरी कर डाली ।
मन्दसौर के बैंक ऑफ़ इंडीया के प्रबंधक राकेश गुप्ता ने ने मन्दसौर शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई की दिनांक 25 व 27 मई 2015 को सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया से चेक क्रमांक 011804 राशि 13 लाख 24 हजार 562 रुपये व चेक क्रमांक 011806 राशि 15 लाख 48 हजार 784 रुपये खातेदार इण्ड प्रो इंजीनियरिंग सिस्टम प्रायवेट लिमिटेड द्वारा महालक्षमी इंटरप्राइजेस के पक्ष में आहरित होने के लिए प्राप्त होने पर समाशोधन के द्वारा राशि जमा करा दी गयी ।
इसी तरह बैंक ऑफ़ बड़ोदा के प्रबंधक बनवारीलाल सुंडा द्वारा भी शहर कोतवाली पर रिपोर्ट दर्ज करवाई गई की यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया से चेक क्रमांक 015670 खाता धारक मेसर्स अल्पा लेबोरेटरीज इंदौर की और से मेसर्स महालक्षमी इंटरप्राइजेस के नाम से राशि 9 लाख 54 हजार 391 रुपये आहरित करने के लिए प्राप्त होने पर समाशोधन कर उक्त राशि महालक्षमी इंटरप्राइजेस के कहते में जमा करदी गई ।
दोनों बेंको को जब खातेदारो द्वारा आहरित चेक राशि उनके द्वारा किसी भी फर्म को जरी नहीं करने का कहा गया तो यहाँ इस्पस्ट हो गया की फर्जी चेक लगाकर राशि आहरित करली गयी हे । दोनों बैंक प्रबंधको की रिपोर्ट पर महालक्षमी इंटरप्राइजेस के प्रोपरायटर सुरेन्द्र पिता अरविन्द त्यागी व अन्य के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किये गए ।
बैंक ऑफ़ इण्डिया के प्रबंधक ने भी रिपोर्ट दर्ज करवाई की एक अज्ञात लडके ने चेक क्रमांक 085701 राशि 16 लाख 37 हजार 968 रुपये का नेशनल ट्रेडिंग कार्पोरेशन के पक्ष में महारष्ट्र स्टेट रोड डेव्हलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के द्वारा उपरोक्त फार्म को आहरित करने हेतु जमा पर्ची द्वारा जमा कराया गया । जमा करने वाले लडके का हुलिया लिखाई गई इस रिपोर्ट पर भी अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई ।
मन्दसौर जिला पुलिस अधीक्षक ने विवेचना के लिए टीम का गठन किया जिसमे नगर पुलिस अधीक्षक डॉ.चंचला नागर शहर कोतवाली टी आई ऐम.पि सिंह परिहार के नेतृत्व में सउनि.संजय प्रताप सिंह,प्रदीप सिंह तोमर,मोहनलाल,प्रमोद व्यास व दिगपाल सिंह को टीम में शामिल कर विवेचना शुरू की गई । टीम ने बेंको के कर्मचारियों को साथ में लेकर बताये गए हुलिये के व्यक्ति को ढूंढना शुरू किया प्रयास करने पर 4.6.2015 को रात 9 बजे नेहरू बस स्टेण्ड मन्दसौर पर संदिग्ध युवक दिखा जिसे बैंक कर्मियो ने भी पहचाना पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर उसने अपना नाम लखन कुमार पिता कोशल किशोर पाण्डेय उम्र 25 साल निवासी इलाहबाद उत्तर प्रदेश हाल मुकाम रुस्तमजी ग्लोबस सिटी विरार वेस्ट थाणे मुम्बई महाराष्ट्र का बताया ।
लखन की तलाशी लेने पर पुलिस को चोकाने वाले तथ्य मिले लखन के पास विभिन्न बैंक की पर्चियां जिससे रकम जमा की गयी थी व एक ईसीआईसीआई बैंक की 25,000 की जमा पर्ची व नीमच के यूको बैंक,पंजाब नेशनल बैंक व केनरा बैंक में जमा कराये गए करीब 38 लाख रुपये के फर्जी चेको की जमा पर्चिया व एक रजिस्टर जिसके अंदर इसके द्वारा विभिन्न बेंको में जमा कराये गए करीब 1 करोड़ 97 लाख 91 हजार 812 रुपये फर्जी चेको की लिखापढ़ी मिली तथा एक लेपटोप,एक आईफोन कीमत 80 हजार रुपये एक जिओनी मोबाईल व विदेशी घडी कीमत 50,000 हजार रुपये 8000 हजार रुपये नगद पुलिस द्वारा जप्त किये गए व और पूछताछ करने पर लखन पाण्डेय ने मन्दसौर व नीमच के साथ ही राजस्थान के दोसा,उदयपुर,चित्तौड़गढ़,जोधपुर मध्यप्रदेश के इटारसी, रतलाम, मन्दसौर, नीमच व मुम्बई आदि में अभी तक 2 करोड़ 75 लाख रुपये से अधिक के चेक जमा करा चूका है ।
अभी तक की पूछताछ में महालक्षमी इंटरप्राइजेस व नेशनल ट्रेडिंग कार्पोरेशन बड़ोदा के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा हे । लखन पाण्डेय ने बताया की वह 1.6.2015 को फ्लाईट से मुम्बई से उदयपुर आया व उदयपुर से कार लेकर नीमच पहुचकर तिन बेंको में चेक जमा करवाकर वापस उदयपुर से फ्लाईट से मुम्बई पंहुचा व 2.6.2015 को वापस ट्रेन से मन्दसौर पहुचकर चेक जमा करवाये थे ।
मन्दसौर पुलिस ने लखन को गिरफ्तार कर धरा 420,467,468,471,511में प्रकरण पंजीबद्ध किया पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय गिरोह के आरोपी को गिरफ्तार किया हे इस गैंग के द्वारा कई राज्यो के बेंको में इसी तरह की धोकाधडी की गयी हे जिनके बारे में पूछताछ की जाकर पूरी गैंग का पता लगाये जाने के प्रयास जरी है ।
रिपोर्ट :- प्रमोद जैन