महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और 39 विधायक एक बार फिर असम का दौरा करने वाले हैं। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराए जाने के बाद यह पहला विजिट है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और 39 विधायक एक बार फिर असम का दौरा करने वाले हैं। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराए जाने के बाद यह पहला विजिट है। इससे पहले उद्धव सरकार में बगावत करके एकनाथ और शिवसेना के बागी विधायकों ने असम में ही शरण ली थी। इस बार एकनाथ की प्लानिंग क्या है…
जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनकी पार्टी के 39 विधायक गुवाहाटी के प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर में मत्था टेकेंगे और महाराष्ट्र में एक नई सरकार के गठन के लिए आभार व्यक्त करेंगे। शिंदे खेमे के एक पदाधिकारी ने इसे शिंदे-फडणवीस सरकार की स्थापना से पहले की गई “वचन पूर्ति (एक वादा पूरा करना)” के रूप में वर्णित किया है।
दरअसल, ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद शिंदे और बागी विधायकों ने इस साल जून में गुवाहाटी में डेरा डाला था। बाद में उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन किया और जुलाई में सत्ता संभाली थी।
शिंदे खेमे के सूत्रों ने बताया कि गुवाहाटी के बाद विधायक अयोध्या में राम मंदिर भी जाएंगे, लेकिन अयोध्या यात्रा की तारीख अभी तय नहीं हुई है। गुवाहाटी में व्यवस्थाओं की जांच करने और सीएम और विधायकों के लिए एक यात्रा कार्यक्रम तैयार करने के लिए वरिष्ठ पदाधिकारियों की एक टीम पहले ही निकल चुकी है। विधायकों के परिवार के सदस्यों के भी यात्रा पर जाने की संभावना है। शिंदे के असम के राज्यपाल प्रोफेसर जगदीश मुखी और असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत से मिलने की उम्मीद है।