लखनऊ : भारत में काले धन पर लगाम लगाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ का असर समूचे देश में देखने को मिल रहा है। कई खबरें ऐसी भी सामने आईं जिनमें कालाधन रखने वाले 500-1000 के पुराने नोटों को फेंक रहे हैं या जला रहे हैं।
ऐसी ही एक खबर मिर्जापुर से है जहां 1000 रुपए के पुराने फटे नोट गंगा नदी में बहते पाए गए। जब गंगा स्नान के लिए स्थानीय लोग पहुंचे तो उन्होंने फटे नोट देखकर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
गंगा स्नान करने गए लोगों ने इन नोटों को इकट्ठा किया और इन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने 8 नवंबर को रात 12 बजे से 500 और 1000 के पुराने नोटों की कीमत को खत्म करने की घोषणा की थी।
इस फैसले के बाद से ही कालाधन रखने वाले बौखलाए हुए थे। पुलिस को ऐसा शक है कि मिर्जापुर और भदोही बेल्ट में कुछ लोगों के पास काफी कालाधन है। इसी को ठिकाने लगाने के मकसद से इन 1000 के पुराने नोटों को फाड़कर गंगा में अर्पित कर दिया गया।
इससे पहले बरेली के सीबीगंज इलाके में भी नोटों के जलते हुए ढेर को रास्ते से जा रहे एक आदमी ने देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी।
इस मामले के बाद हड़कंप मच गया था। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो देखा कि 500 और 1000 के नोटों की कतरनों में आग लगी है। उन कतरनों को कब्जे में लेकर पुलिस और आरबीआई की टीम नोटों की जांच में लगी हैं।
इस घटना के बारे सीबीगंज में लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इलाके की एक कंपनी के कुछ कर्मचारी नोटों की कतरनों को बोरियों में भरकर यहां ले आए थे।
उन्होंने कतरनों में आग लगाई और वहां से चले गए। नोटों का यह जलता ढेर परसाखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया में एक बड़े उद्योगपति की फैक्ट्री के सामने मिला है।
इस घटना के बारे सीबीगंज में लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इलाके की एक कंपनी के कुछ कर्मचारी नोटों की कतरनों को बोरियों में भरकर यहां ले आए थे।
उन्होंने कतरनों में आग लगाई और वहां से चले गए। नोटों का यह जलता ढेर परसाखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया में एक बड़े उद्योगपति की फैक्ट्री के सामने मिला है।
कूड़ेदान के बगल में रखे नोटों को देखकर लोगों को भीड़ जुट गई थी। जिसे भी पता चला कि कूड़ेदान पर बोरी में नोटों की गड्डी पड़ी लोग देखने के लिए उमड़ पड़े। बोरी में 500-1000 रुपये के नोट थे।