लखनऊ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 9-11 मार्च तक नागपुर में संपन्न हुई। 1538 अपेक्षित प्रतिनिधियों में से 1461 प्रतिनिधि (95%) बैठक में उपस्थित रहें। अवध प्रांत से 48 प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। देश में प्रचलित विभिन्न भाषाएं व बोलियों के संरक्षण व संवर्धन के संबंध में एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्रतिनिधियों द्वारा पारित किया गया। आज देश की अनेक भाषाएं और बोलियां विलुप्त हो चुकी हैं और कई का अस्तित्व संकट में है।
इसलिए देश की विविध भाषाओं एवं बोलियों के संरक्षण व संवर्धन के समुचित प्रयास किए जाने अत्यंत आवश्यक हैं। हाल ही में डेक्कन हेराल्ड के छपे 18 फरवरी के अंक के अनुसार भारत की 40 बोलियां विलोपन की कगार पर हैं। भारत में 197 भारतीय भाषाएं और बोलियां संकटापन्न हैं। विगत 50 वर्षों में 250 भाषाएं या बोलियां पूर्णतः विलोपित हुई हैं। 2004 में किए गए एक वैश्विक आकलन में तो यह तक कह दिया गया कि वर्ष 2050 तक आज चलन में विद्यमान भाषाओं में से 90% भाषाएं और बोलियां विलुप्त हो सकती हैं। ऐसा अनुमान है कि प्रतिवर्ष 10 भाषाएं अथवा बोलियां विलुप्त हो सकती हैं। आज विश्व में 6,000 भाषायें व बोलियां बोली जा रही हैं जिनमें से आधे अपने अस्तित्व के लिए संघर्षरत हैं। यह भी अनुमान है कि मानव सभ्यता के इतिहास में 30,000 भाषाएं विलुप्त हो गई हैं। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बहुविध ज्ञान को अर्जित करने हेतु विश्व के विभिन्न भाषाओं को सीखने की समर्थक है। लेकिन भारत जैसे बहुभाषी देश में हमारी संस्कृति के संवाहक सभी भाषाओं के संरक्षण व संवर्धन को परम आवश्यक मानती है।
प्रतिनिधि सभा सरकारों, स्वैच्छिक संगठनों, जनसंचार माध्यमों, पंथ संप्रदायों के संगठनों, शिक्षण संस्थानों व प्रबुद्धजनों सहित संपूर्ण समाज से आग्रह करती है कि हमारे दैनंदिन जीवन में भारतीय भाषाओं के उपयोग एवं उनके व्याकरण, शब्द चयन, लिपि आदि में परिशुद्धता सुनिश्चित करते हुए उनके संवर्धन का हर संभव प्रयास करें |
प्रेस वार्ता में संघ शाखाओं में पुरे देश के साथ अवध प्रान्त में हो रही वृद्धि पर भी प्रकाश डाला गया | देश भर में इस समय 58,962 तथा अवध प्रांत में 1,308 दैनिक शाखाएं चल रही हैं, जबकि भारत के अतिरिक्त विश्व के अन्य 41 देशों में 1,199 शाखाएं चल रही हैं जिसमें अरब के 6 देशों में भी 511 शाखाएं चलतीं हैं | प्रेस वार्ता को संघ के अवध प्रांत के सह प्रान्त कार्यवाह प्रशांत भाटिया ने संबोधित किया | मंच पर साथ में अवध प्रान्त प्रचार प्रमुख डॉ. अशोक दुबे भी उपस्थित थें।
@शाश्वत तिवारी