मध्यप्रदेश पुलिस ने छापेमारी कर सिंथेटिक नकली दूध और पनीर बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने 62 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कारखाने में सिंथेटिक दूध और अन्य उत्पादों का निर्माण कर दूसरे राज्यों में ब्रांडेड आउटलेट को सप्लाई करते थे।
मध्य प्रदेश के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने भिंड और मुरैना जिलों में नकली दूध बनाने वालों के ठिकानों पर छापा मारकर बड़ी मात्रा में नकली दूध, मावा और पनीर बरामद करने के साथ ही इसे बनाने में उपयोग होने वाले केमिकल और रॉ मटेरियल जब्त किया है।
पुलिस अधीक्षक राजेश भदौरिया ने बताया कि स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने शुक्रवार को ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के मुरैना जिले के अंबाह और भिंड जिले के लहार में स्थित कारखानों पर छापा मारकर 62 लोगों को हिरासत में लिया।
छापेमारी के दौरान पुलिस को बहुतायत मात्रा में 10 हजार लीटर से ज्यादा दूध, 500 किलोग्राम मावा, 200 किग्रा पनीर जब्त किया।
इन फैक्ट्रियों से मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तरप्रदेश में रोजाना अत्याधिक मात्रा में लीटर सिंथेटिक दूध सप्लाई किया जाता है।
इसे तैयार करने के लिए आरोपी इसमें पांच गुना पानी, माल्टोस डेक्सिटन पाउडर, शैंपू और चिकनाहट के लिए रिफाइंड ऑयल और अंत में केमिकल मिलाते हैं। इस केमिकल के इस्तेमाल से दूध जल्दी खराब नहीं होता है।