कानपुर- पटना-इंदौर एक्सप्रेस ट्रेन में कानपुर में हुए बड़े हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य में ना सिर्फ स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ की टीम, रेलवे की टीम बल्कि सेना भी युद्धस्तर पर जुट गई है। घटना के बाद यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृतकों के परिजनो और घायलों को मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मृतक को 5 लाख, घायलों को 50 हजार
इस बड़े ट्रेन हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने मृतकों को परिजनों को 5 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए जबकि मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।
केंद्र ने 3.5 लाख देने का ऐलान किया
इससे पहले केंद्र सरकार ने भी इस हादसे में मृतकों के परिजनों को 3.5 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। जानकारी के अनुसार यह घटना सुबह 3 बजे के आस-पास की है, इस घटना में अभी तक 65 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि 200 लोगों के घायल होने की खबर है। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
प्रधानमंत्री ने जताया दुख
घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शोक जताया है जबकि रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
कानपुर के पास हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक हादसा कानपुर के पुखरायन इलाके के पास हुआ है। बताया जा रहा है कि इंदौर से पटना जा रही पटना-इंदौर एक्सप्रेस ट्रेन के 14 डिब्बे अचानक ही पटरी से उतर गए। उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी के मुताबिक इस हादसे में 65 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। करीब 150 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। फिलहाल मृतकों की संख्या में और इजाफे की आशंका जताई जा रही है।
रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
भारतीय रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जो इस प्रकार हैं- झांसी- 05101072, औराई- 051621072, कानपुर- 05121072, पोखरायन- 05113-270239
पटना इंदौर एक्सप्रेस ट्रेन के जो 14 डिब्बे पटरी से उतरे हैं उनमें बैठने और सामान रखने वाले रेक के अलावा, जीएस, जीएस, ए1, बी1/2/3, बीई, एस1/2/3/4/5/6 कोच शामिल हैं।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बताया कि राहत और बचाव का काम जारी है। हादसे की वजहों के जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। राहत और बचाव के काम में अधिकारी पूरी गंभीरता से निगरानी कर रहे हैं।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे की जांच के आदेश दिए
हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन तुरंत सक्रिय हुआ। राहत और बचाव के लिए टीमें मौके पर पहुंच गई। इस बीच मेडिकल टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है।
अभी तक ये साफ नहीं हुआ है कि आखिर हादसा कैसे हुआ। फिलहाल स्थानीय लोग और रेलवे प्रशासन से जुड़े लोग राहत कार्य में लगे हुए हैं। ट्रेन की बोगियों से लोगों को निकालने का सिलसिला जारी है। वहीं घायलों को जरूरी इलाज मुहैया कराने के लिए मेडिकल टीम भी भेजी गई है।