नई दिल्ली: मोहाली के रहने वाले 75 साल के कारोबारी जीएस चाावला ने पंजाब गवर्नर और चंडीगढ़ प्रशासन को खत लिखकर खुदकुशी करने की इजाजत मांगी है। दो पेट्रोल पंप के मालिक चावला ने पंजाब के शहरों और केंद्र शासित चंडीगढ़ में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फर्क को लेकर हो रही परेशानी से आजिज आकर ये चिट्ठी लिखने की बात कही है। पंजाब के गवर्नर वीपी सिंह बदनौर को खत लिखकर जीएस चावला ने कहा है कि तमाम कोशिशों को बावजूद उनकी बात सुनी नहीं गई, ऐसे में अब उनको मर जाने की इजाजत वो दे दें।
चावला ने बताया है कि चंडीगढ़ के बॉर्डर पर मोहाली से सस्ता पेट्रोल के बैनर लगे होते हैं, जिन्हें देख लोग गाड़ी में तेल डलवाने के लिए चंडीगढ़ स्थित पेट्रोल पंपो पर जाना फायदे का सौदा मानते हैं। कारोबार में उन्हें इसका सीधा नुकसान हो रहा है। चंडीगढ़ में प्रशासन ने बीते सालों में वैट घटाया है, जिससे वहां रेट कम हैं। वहीं पंजाब और हरियाणा में रेट बराबर हैं। चंडीगढ़ में वैट कम होने से मोहाली में उनके पेट्रोल पंप पर लोग नहीं रुकते, जिससे उनके यहां 80 फीसदी कारोबार घट गया है। बीते दो साल में चंडीगढ़ प्रशासन दो बार वैट कम कर चुका है। जिससे पंजाब के मुकाबले यहां पेट्रोल-डीजल के दाम कम हैं।
चंडीगढ़ में पेट्रोल पंप के मालिक बैनर लगा-लगाकर सस्ता पेट्रोल होने की बात लिखते हैं। इससे चंडीगढ़ के आसपास के शहर के कारोबारी परेशान हैं। उन्होंने सवाल उठाया है कि चंडीगढ़ में कोई बैनर बिना प्रशासन की मंजूरी से नहीं लगते लेकिन सस्ते पेट्रोल के बैनर अपनी मर्जी से लग रहे हैं।
चावला ने इससे पहले भी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और पंजाब सरकार को चिट्ठी लिख इस मामले में अपनी परेशानी बताई थी। उनका कहना है कि ‘पांच रुपए सस्ता पेट्रोल, तीन रुपए सस्ता डीजल’ के बैनर होने से उनके काम पर बुरा असर हो रहा है।