जघन्य का मतलब ही है कि अपराधी ने अपराध करते वक्त वहशीपन की सारी हदें पार कर दी। आज हम जिक्र यहां एक ऐसे ही जघन्य अपराध की करेंगे जिसके बारे में सुनकर आप भी दहल जाएंगे।
साल 2013 में कोलकाता में एक लड़की के साथ हुए गैंगरेप ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस सनसनीखेज वारदात की भयानक यादें आज भी लोगों के जेहन में जिंदा है जिसमें क्रूरता की सारी सीमाएं लांघ दी गई थी।
यह तारीख थी 7 जून। 21 साल की एक छात्रा कॉलेज की परीक्षा देकर कोलकाता से करीब 50 किलोमीटर दूर उत्तर 24 पगना जिले में कामदूनी स्थित अपने घर लौट रही थी।
कामदूनी बीडीओ ऑफिस रोड के पास से यह लड़की अकेले टहलती हुई अपने घर की तरफ बढ़ रही थी, लेकिन तब ही कुछ लोगों ने उसे अगवा कर लिया। यह लोग उसे अगवा कर पास स्थित एक बंद पड़े फैक्ट्री में ले गए।
कहा जाता है कि यहां नौ लोगों ने मिलकर ना सिर्फ इस लड़की के साथ बलात्कार किया बल्कि उसकी मौत होने तक उसके साथ दरिंदगी भी की।
बलात्कारियों ने बच्ची से सेक्स करने के बाद नाभि तक उसके पैर चीर दिये। लड़की के साथ क्रूरता की हद पार करने के बाद सभी बदमाश वहां से भाग गए।
लड़की के घऱ नहीं पहुंचने पर घरवालों ने उसकी तलाश शुरू की। उसी दिन रात करीब साढ़े आठ बजे लड़की के भाई ने अपनी बहन की लाश बेहद ही खराब अवस्था में खोज निकाली।
लड़की के साथ की गई हैवानियत को जानकर उस वक्त यहां लोग काफी आक्रोशित भी हो गए थे। गुस्साए लोगों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए लेने आई पुलिस की गाड़ी पर भी हमला कर दिया था।
गांव के लोगों ने ही इस जघन्य गैंगरेप और हत्याकांड के मुख्य आरोपी अंसारी अली को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। बाद में उससे हुई कड़ी पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया था कि अंसारी अली ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
यह भी खुलासा हुआ था कि लड़की की गैंगरेप और हत्या के बाद सभी आरोपी उसे चुपचाप दफनाने की फिराक में भी थे लेकिन उस वक्त गांव वालों के कारण वो अपनी योजना में कामयाब नहीं हो सके क्योंकि लोगों ने लड़की की तलाश शुरू कर दी थी।
इस भयानक घटना के बाद कोलकाता में जगह-जगह प्रदर्शन भी हुए। फिलहाल इस मामले के 7 आरोपी जेल में है और दो आरोपियों के बाद में सबूत के अभाव में कोर्ट ने बरी कर दिया था।