10 साल में 20 करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा करने के सवाल पर सेबी रजिस्टर्ड जितेंद्र सोलंकी कहते हैं, “15X15X15 के फॉर्मूले के अनुसार कोई भी निवेशक 15 प्रतिशत का रिटर्न 15 साल में पाने की उम्मीद कर सकता है
म्युचुअल फंड एक ऐसा निवेश है जिसके जरिए लॉन्ग टर्म में निवेशक बड़ा फंड इकट्ठा कर सकते हैं। लम्बी अवधि का होने की वजह से इसमें शेयर मार्केट जीतना रिस्क भी नहीं रहता है। सवाल उठता है कि म्युचुअल फंड का कौन सा तरीका अपना सबसे ज्यादा कारगर होगा। एक्सपर्ट की मानें तो एसआईपी एक बेहतर विकल्प है। इसके जरिए छोटा-छोटा फंड इकट्ठा करके लॉन्ग टर्म में बड़ी पूंजी बनाई जा सकती है। आइए जानते हैं कैसे?
अपनाएं 15 X 15 X 15 का फॉर्मूला
10 साल में 20 करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा करने के सवाल पर सेबी रजिस्टर्ड जितेंद्र सोलंकी कहते हैं, “15 X 15 X 15 के फॉर्मूले के अनुसार कोई भी निवेशक 15 प्रतिशत का रिटर्न 15 साल में पाने की उम्मीद कर सकता है। ऐसे में कोई निवेशक 20 साल के एसआईपी करवाता है तो वह आसानी से 15 प्रतिशत तक रिटर्न पा सकता है। अगर कोई निवेशक 26,500 से 27,000 रुपये 20 साल लगातार जमा करता है तो वह 15 साल में 10 करोड़ रुपये का मालिक बन सकता है।” लेकिन ध्यान रहे है कि मंथली निवेश में हर साल 15 प्रतिशत का इजाफा भी जरूरी है।
एसआईपी निवेश पर Transcend Capital के वेल्थ मैनेजर कार्तिक ज्वेहरी कहते हैं, “एक सामान्य आदमी यह गलती करता है कि वह एक ही अमाउंट लम्बे समय तक निवेश करता रहता है। लेकिन निवेशक को थोड़ा स्मार्ट होने की जरूरत है। कोई भी इंवेस्टर्स अगर हर साल इनकम बढ़ने के साथ अपनी निवेश बढ़ाता है तो लॉन्ग टर्म में आसानी अपने टारगेट को पा सकता है। सरल शब्दों में कहा जाए तो सालाना अपने एसआईपी किस्त में इजाफा करके एक निवेशक आसानी से लॉन्ग टर्म में बड़ा फंड इकट्ठा कर सकता है। ऐसे में कोई निवेशक अगर देर से एसआईपी शुरू करता है तो उसके लिए यह काफी कारगर रहता है।”