भोपाल – नशामुक्ति महाशंखनाद के चौथे दिन बुधवार को जंबूरी मैदान पर योगीराज शक्तिपुत्र महाराज ने कहा कि आज सबसे बड़ा पतन कथा वाचकों का हुआ है। मैंने अपने ध्यान साधना के जरिए जाना है कि 100 में 99 प्रतिशत कथावाचक चरित्रहीन हैं। इन्होंने अगर अपने हृदय में राम व कृष्ण को बिठाया होता तो हाथ में रत्न व अगूंठियों को धारण न कर रहे होते।
उन्होंने कहा कि एक बार ऐसा धर्म सम्मेलन आयोजित किया जाए, जिसमें समस्त धर्माचार्य, शंकराचार्य, योगाचार्य सहित बुद्धिजीवी वर्ग उपस्थित हों और उनका वैज्ञानिक परीक्षण हो। ताकि समाज समझ सके सत्यधर्म किसके पास है। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम इस वैज्ञानिक परीक्षण से गुजरने के लिए मैं तैयार हूं। एक बार वो सभी मेरे तपबल का सामना करें। अगर कोई भी मेरे तपबल को झुका देगा तो मैं अपना सर काट कर उसके चरणों में चढ़ा दूंगा।
गुरुवर ने कहा कि समाज कल्याण के लिए समाज को तीन धाराएं प्रदान की हैं। भगवती मानव कल्याण संगठन, पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम धाम व भारतीय शक्ति चेतना पार्टी। इन तीन धाराओं के माध्यम से मानव कल्याण, धर्म रक्षा व राष्ट्र सेवा करना है।
गुरुवर ने कहा कि प्रकृति का मूल शब्द मां है। आज का मनुष्य वेद-पुराणों एवं उपनिषदों के अर्थ को समझ ही नहीं पा रहा। जीवन के सार को कभी धर्मग्रंथों में समाहित किया ही नहीं गया। वह ऋषियों की परंपरा से संचालित है। धर्मग्रंथ हमें कभी रटना नहीं सिखाते। धर्मग्रंथों के संदेशों पर आचरण करके ही मानव का कल्याण हो सकता है।
जंबूरी मैदान में आयोजित नशामुक्ति महाशंखनाद में महाराज ने करीब 25 हजार लोगों को नशामुक्त, मांसाहारमुक्त एवं चरित्रवान रहने का संकल्प दिलाकर गुरु दीक्षा प्रदान की। महाराज ने कहा कि अगर देना ही चाहते हो तो मुझे अपने अवगुण समर्पित कर दो। जाति, धर्म, ऊंच-नीच, गरीब-अमीर समभाव से मुझसे गुरुदीक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे। उन्होंने महाराज से कहा कि शराब की दुकानों पर मेरे द्वारा पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है। अब उसके साथ-साथ शराब बनने वाले कारखानों को नहीं खोला जाएगा। मुख्यमंत्री ने अवैध शराब की बिक्री पर पूर्णतः रोक एवं अपराधियों पर कार्रवाई की बात कही। साथ ही उन्होंने संगठन की विचारधारा के साथ किसी एक क्षेत्र को मॉडल रूप में लेकर वहां नशामुक्ति के प्रयोग के आधार पर पूरे प्रदेश में इस अभियान को संचालित करने की सहमति प्रदान की।
उन्होंने कहा कि मप्र में कोई भी कारखाना मांसाहार के निर्यात के लिए नहीं खोला जाएगा। इतने व्यापक स्तर पर नशामुक्ति के अभियान को चलाने के लिए उन्होंने महाराज को धन्यवाद दिया। संगठन की केन्द्रीय अध्यक्ष बहन पूजा योगभारती, बहन संध्या एवं ज्योति योगभारती ने संगठन की ओर से नशामुक्त प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।