करनाल [ TNN ] प्रॉपट्री के कई विवादों से घिरे करनाल की पूर्व विधायक सुमितासिंह के पति जगदीपसिंह विर्क नए विवाद में फंस गए हैं। जी इंटरटेंमैंट कंपनी की डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी ताज टेलीविजन प्रा. लि. मुंबई ने पूर्व विधायक के पति जगदीपसिंह विर्क, दीपक शर्मा, फास्टवे कंपनी के एमडी गुरदीपसिंह व सीईओ पियूष महाजन के खिलाफ कापीराइट, चोरी व धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए सिविल लाइन थाना में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने अपराध की धारा 37/51/52 ए/63/68, 420 व 379 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
ताज टेलीविजन प्रा. लि. कंपनी की ओर से शिकायत दर्ज कराने वाले शाम सुंदर निरंकारी ने अपनी शिकायत में बताया है कि उनके पास केबल नेटवर्क के जरिये जी टीवी, जी सिनेमा, जी एचडी, जी स्टुडियो, जी स्टुडियो, पोगो, कार्टन नेटवर्क, एचबीओ, डब्ल्यूबी, जी स्माईल, जी एक्शन, जी क्लॉसिक, जी न्यूज, जिंदगी, टेन एक्शन, टेन स्पोर्टस, जी बिजनेस समेत करीब चार दर्जन चैनलों के कॉपीराइट अधिकार है। इन चैनलों का प्रसारण केबल आपरेटर लिखित अनुबंध के आधार और निर्धारित शुल्क देने के बाद अपने उपभोक्ताओं को कर सकते हैं। लेकिन करनाल में फास्टवे कंपनी और पूर्व विधायक जगदीपसिंह विर्क के स्वामित्व वाला केबल नेटवर्क बिना किसी अनुबंध और शुल्क दिये बगैर जी कंपनी के चैनलों का प्रसारण कर रहे हैं। इसकी एक शिकायत 23 जुलाई 2014 को करनाल पुलिस में की गई थी। लेकिन इस बारे में तब से लेकर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शाम सुंदर ने शिकायत में बताया है कि उन्होंने 6 दिसंबर को करनाल के विभिन्न हिस्सों में अपनी तकनीकी टीम के साथ चैनलों की पॉयरेसी को लेकर वास्तविकता का पता किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि लुधियाना की फास्टवे कंपनी करनाल में ताज टेलीविजन प्रा. लि. के प्रमुख चैनल जी टीवी, जी प्रीमियर, जी क्लॉसिक, जी एक्शन, जी सिनेमा, जी कैफे समेत कई चैनलों का गैरकानूनी और अवैध रूप से प्रसारण कर रहा है।
शिकायत में बताया गया है कि टीडीसैट ने 13 अगस्त को फास्टवे कंपनी को ताज टेलीविजन के चैनलों का प्रसारण न करने के आर्डर दिये थे। इसके बाद 22 अगस्त को फास्टवे कंपनी के सीईओ पियुष महाजन ने टीडीसैट में शपथ पत्र देकर कहा था कि कंपनी फास्टवे कंपनी करनाल के डैस और नॉस डैस ऐरिया में किसी तरह से ताज टेलीविजन प्रा. लि. कंपनी के चैनलों का प्रसारण नहीं करेगी।
बावजूद इसके फास्टवे ट्रासमिशन अवैध तौर पर करनाल में ताज टेलीविजन प्रा. लि. के चैनलों का प्रसारण कर रहा है। शिकायत में चैनलों के अवैध प्रसारण की रिकार्डिंग की सीडी भी पुलिस को दी गई है। शाम सुंदर ने इस मामले में जिन चार लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है उनमे फास्टवे कंपनी के एमडी गुरदीपसिंह, सीईओ पीयूष महाजन, पूर्व विधायक सुमितासिंह के पति जगदीपसिंह विर्क व विर्क के पार्टनर दीपक शर्मा शामिल है।
केबल किंग बनने के चक्कर में गुंजल में उलझे विधायक पति?
पिछले पांच साल में करनाल में केबल का नाम चार-पांच बार बदला है। पहले न्यू बाला जी केबल का नाम बदल कर तेज केबल नेटवर्क किया गया। तेज केबल नेटवर्क पर रातों-रात विधायक सुमितासिंह के पति जगदीपसिंह विर्क व दीपक शर्मा का वर्चस्व कायम हो गया। इसके बाद ये केबल नेटवर्क करोड़ों रुपए में एक विदेशी कंपनी को बेच दिया गया। दिलचस्प ये रहा कि करीब छह महीने पहले आईवरस केबल का वर्चस्व समाप्त कर उसे फास्टवे में तबदील कर दिया गया। इसकी एवज में आईवरस केबल को कोई भुगतान नहीं किया गया। बहरहाल केबल किंग बनने के चक्कर में पूर्व विधायक सुमितासिंह के पति जगदीपसिंह विर्क और उनके पार्टनर दीपक शर्मा केबल के गुंजल में बुरी तरह उलझ गए हैं। अब ये गुंजल कैसे सुलझता है ये देखना दिलचस्प होगा।
रिपोर्ट -अनिल लाम्बा