मुजफ्फरनगर – मुजफ्फरनगर में नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में जानसठ रोड पर आसाराम के पूर्व नौकर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अखिल गुप्ता नाम का यह शख्स आसाराम के आश्रम में नौकरी करता था और सूरत रेप केस में अहम गवाह था। पिछले साल जून में आसाराम केस से जुड़े एक अन्य गवाह की भी हत्या हो गई थी। अज्ञात हमलावरों ने गुजरात में आसाराम के पूर्व सहायक अमृत प्रजापति की हत्या कर दी थी।
सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साई पर बलात्कार का आरोप लगाया था। मारे गए अखिल इस केस में अहम गवाह थे। आसाराम इस वक्त एक अन्य नाबालिग लड़की से रेप के मामले में जेल बंद हैं। जब आसाराम को रेप मामले में गिरफ्तार किया गया था तो गुजरात पुलिस अखिल को मुजफ्फरनगर से पूछताछ के लिए अपने साथ गुजरात ले गई थी। बताया जा रहा है कि अखिल ने आसाराम को लेकर कई अहम खुलासे किए थे। अखिल गुप्ता को सरकारी गवाह भी बनाया गया था। हालांकि अखिल के सरकारी गवाह बनने के मामले में मुजफ्फरनगर पुलिस अभी कोई पुष्टि नहीं कर रही हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है।
इस सनसनीखेज हत्याकांड को लेकर पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मचा है। मृतक की स्थानीय स्तर पर किसी से दुश्मनी की बात पता नहीं चल पाई है, इसलिए इस हत्याकांड को लोग आसाराम प्रकरण से जोड़कर देख रहे हैं। एसएसपी हरिनारायण सिंह ने कहा कि मृतक के साथ लूटपाट भी नहीं हुई और कोई रंजिश भी सामने नहीं आई है। उनका कहना है कि हत्या की कई पहलुओं पर जांच की जा रही है।। सूचना पर तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और बदमाशों की तलाश में चेकिंग अभियान चलाया, लेकिन हत्यारों का कोई पता नहीं चला।
32 वर्षीय अखिल गुप्ता डेयरी चलाते थे। रविवार रात वह डेयरी बंद करने के बाद स्कूटर पर सवार होकर घर लौट रहे थे। जैसे ही वह जानसठ रोड पर महालक्ष्मी एनक्लेव के सामने पहुंचे तो अज्ञात हमलावरों ने उस पर ताबड़तोड़ फायर किए। तीन गोली लगने से अखिल लहूलुहान होकर गिर पड़े। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गए। गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई।
वारदात की जानकारी मिलने पर अस्पताल पहुंचे परिवार के लोगों ने बताया कि अखिल पहले आसाराम के अहमदाबाद स्थित आश्रम में बतौर रसोइया काम करता था। उसकी शादी भी आसाराम के आश्रम में ही रहने वाली रायपुर निवासी वर्षा से हुई थी। आसाराम के रेप संबंधी आरोपों में घिरने से कुछ समय पहले ही अखिल पत्नी वर्षा के साथ अहमदाबाद से लौट आया था। आसाराम की गिरफ्तारी के बाद गुजरात पुलिस अखिल को पूछताछ के लिए साथ ले गई थी, जहां वह सरकारी गवाह बन गया था।