#रायबरेली (उत्तर प्रदेश) बछरावां रेलवे स्टेशन के निकट आज सुबह देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस का इंजन और दो कोच पटरी से उतर जाने से कम से कम 30 यात्रियों की मौत हो गयी और लगभग 200 अन्य घायल हो गये। मंडलायुक्त (लखनऊ) महेश गुप्ता ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। दुर्घटना सुबह लगभग साढे नौ बजे बछरावां रेलवे स्टेशन के निकट हुई। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से यह जगह लगभग 50 किलोमीटर दूर है।
रेलवे प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने दिल्ली में बताया कि शुरुआती खबरों के मुताबिक ट्रेन को बछरावां स्टेशन पर रुकना था, लेकिन वह सिग्नल से आगे निकल गयी, जिससे इंजन और उससे सटे दो कोच पटरी से उतर गये। रेलवे ने जांच के आदेश दे दिये हैं और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये और मामूली घायलों को बीस-बीस हजार रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके मित्तल और सदस्य (यातायात) अजय शुक्ला को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। दुर्घटना की खबर फैलते ही आसपास के गांव वाले राहत और बचाव कार्यों में जुट गये। दुर्घटना की वजह से लखनऊ-वाराणसी खंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। घायल यात्रियों को रायबरेली के जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। लखनऊ और रायबरेली से राहत टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी हैं। बोगियों को अलग करने के लिए क्रेन लगाई गई हैं। अधिकारियों को मृतकों की संख्या अधिक होने की आशंका है।
गंभीर रूप से घायलों को लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान भेजा जा रहा है। केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में घायल यात्रियों के समुचित इलाज के लिए जरूरी तैयारियां की गई हैं। डॉक्टरों की टीम को लेकर लखनऊ से एंबुलेंस रवाना की गयी हैं। डिब्बों को काटने के लिए गैस कटर का इंतजाम किया जा रहा है।
इस बीच, लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसएनएस यादव ने बताया कि डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की 24 टीमें बछरावां के लिए रवाना हो गयी हैं। उन्होंने कहा, लखनऊ में 150 से अधिक बेड तैयार हैं, ताकि घायलों के इलाज में कोई बाधा नहीं आने पाये। दुर्घटना में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए चिकित्सा टीमें तैयार हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि घायलों और एंबुलेंस वाहनों को निर्धारित जगह तक पहुंचाने के लिए हर अस्पताल में एक पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गयी है।
रिपोर्ट -शाश्वत तिवारी