खंडवा [ TNN ] पिछली बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अरुण यादव के हाथों शिकस्त खा चुके भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नन्द कुमार सिंह चौहान इस बार सावधानी पूर्वक जोश खरोश के साथ मैदान में हैं क्योंकि पिछली बार की तरह ही इस बार भी अरुण यादव ही उनके प्रतिद्वंदी है ! खैर इस बार मोदी की लहर के चलते श्री चौहान को थोड़ी राहत दिख रही है लेकिन जनता का मत किस तरफ गिरता है ये तो मतदान के दिन ही तय करेंगे ! भाजपा पार्टी ने इस बार फिर भरोसा जताते हुए नन्द कुमार सिंह चौहान को अपनी किस्मत आजमाने का मौका दिया ! इस बार उनके ही सहायक चुनावी प्रबंधन उनके लिए घातक साबित हो सकता है ! क्योंकि इस बार नन्द कुमार सिंह चौहान ने चुनावी प्रबंधन देख रेख की कमान जिनके हाथों सौंपी है वे कमजोर दिखाई दे रहे हैं उनकी निष्क्रियता नन्द कुमार सिंह की नैया कहीं डूबा न दे ? इसलिए उनको इस और थोड़ा ध्यान देने की जरुरत है ! इसका मुख्य कारण मिडिया प्रबंधन के व्यक्ति बड़े समाचार पत्रों और इलेक्ट्रानिक मिडिया की और ज्यादा ध्यान देना है !
हालही में नर्मदा नगर के पास पुनासा तहसील में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की आम सभा थी ! इस आम सभा में पत्रकारों को खबरों के कवरेज के लिए खंडवा से लक्झरी वाहनों में बैठा कर ले जाया गया वहीँ स्थानीय पत्रकारों में अच्छी खासी नाराजग़ी दिखाई दी साथ ही खंडवा में भी मिडिया कर्मियों में भी नाराजग़ी कम न दिखी क्योंकि प्रबंधन द्वारा बड़े समाचार पत्रों के संस्थानों के पत्रकारों को ले जाना और दूसरे अख़बारों के पत्रकारों सुचना न देना नाराजग़ी का कारण है !
बताया जाता है कि इस बार मोदी की लहर के चलते भाजपा पिछली बार की तरह मुगालते पाले बैठी है ! मिडिया कार्यालयों में भाजपा का चुनावी हलचल, जनसम्पर्क अभियान, पार्टी प्रक्रिया, आदि जैसी खबरों में लेट लतीफी होने से अधिकांश मिडिया कर्मी भी नाराज़ हैं ! वहीँ अखिल भारतीय कांग्रेस प्रत्याशी अरुण यादव के चुनावी माहौल की खबरों में प्रमुखता से प्रकाशित की जा रही हैं ये भी भाजपा पार्टी के लिए प्रश्न चिन्ह है ! कांग्रेस की खबरें इसलिए प्रकाशित हो रही हैं कि इनका चुनावी प्रबंधन सक्रीय है कांग्रेस का मिडिया प्रवक्ता समय का ज्ञाता है जो इसका सदुपयोग जानता है ! यहाँ तक कि कांग्रेस की बात करें तो उनका जनसम्पर्क गाँव गाँव शहर शहर आम जनता तक जारी है ! लेकिन भाजपा के प्रत्याशी नन्द कुमार सिंह केवल मोदी की लहर के भरोसे ही चुनाव मैदान में हैं भलेही विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश में शिवराज की लहर में सरकार तो बना ली है लेकिन इस बार नन्द कुमार सिंह चौहान के लिए दिल्ली दूर दिखाई दे रही है जिसका कारण कमजोर चुनावी प्रबंधन है ! जिसके चलते प्रचार प्रसार में कमी दिखाई दे रही है अभी भी भाजपा प्रत्याशी गाँव और शहर की जनसम्पर्क पकड़ से दूर दिख रहे हैं ! भाजपा कार्यकत्र्ता भी केवल राष्ट्रिय स्तर के भाजपा नेताओं के इर्द गिर्द ही दिखाई देते हैं वह भी छाया चित्र मात्र हेतु !
बात भाजपा के मिडिया के प्रबंधन की करें तो इसमें भी वे काफी नाराजग़ी का शिकार दिख रही है ! जिसकी वजह मिडिया कर्मियों को ग्रेड वन और ग्रेड टू समझना यहाँ तक कि इसमें भी ग्रेड सी भी लगाया जा रहा है ! यदि समाचार पत्रों की बात की जाए तो कोई समाचार पत्र छोटा बड़ा नहीं होता ! और नाही कोई मिडिया कर्मी का कोई ग्रेड होता है ! मगर भाजपा प्रबंधन की यह सोंच कहीं चुनावी समर में भारी न पड़ जाए !
रिपोर्ट :- रज़ाक मंसूरी