श्रीनगर – कश्मीरी पंडितों के लिए अलग टाउनशिप बनाने का शुक्रवार को श्रीनगर में विरोध कर रहे अलगाववादी नेता यासीन मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। मलिक की गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस में जमकर झड़प हुई, जिसमें कई लोगों जख्मी होने की खबर है।
गौरतलब है कि मुस्लिम कट्टरपंथियों के हाथों ढाई दशक पहले एक साजिश के तहत कश्मीर से खदेड़े गए कश्मीरी पंडित वापसी के मुद्दे पर मुफ्ती सरकार द्वारा विधानसभा में गुरुवार को दिए गए आश्वासन से हाथ खींचने से काफी भड़के हुए हैं।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर पंडितों की कश्मीर वापसी को लेकर टाउनशिप बनाने का आश्वासन देने के बाद अलगाववादियों के दबाव में अपने ही वादे से मुकर जाने का पंडित समुदाय ने जमकर विरोध किया है।
इससे पहले राज्य विधानसभा में मुख्यमंत्री मुफ्ती ने स्पष्ट किया कि जो इजरायल में हुआ वह कश्मीर में नहीं दोहराया जाएगा। कश्मीर में पंडितों को अलग से नहीं बल्कि समाज में उनके अपने घरों में ही बसाया जाएगा।
उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात में भी स्पष्ट कर दिया था कि कश्मीरी पंडित घाटी में अलग से नहीं रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर नया श्रीनगर या सेटेलाइट टाउनशिप बनती भी है तो वह सबके लिए होगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वहां कश्मीर की धर्मनिरपेक्षता बरकरार रहे।
मुफ्ती ने कहा कि कश्मीरी पंडित समुदाय ने देश में विशिष्ट स्थान बनाया है, उनमें दस से पंद्रह फीसद लोग ही वापस आएंगे। जितने भी लोग वापस आएंगे, उन्हें समाज में बसाने के लिए उचित माहौल बनाया जाएगा, उन्हें भी कश्मीरियत को बुलंद रखना चाहिए, ताकि देश में राज्य की छवि खराब न हो। इसके लिए सबके सहयोग करने की जरूरत होगी।