लखनऊ – यूपी के बागपत जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष और बसपा नेता दीपक यादव के सिंघावली अहीर स्थित दीपक फार्म हाउस में शनिवार को सुबह आठ बजे हथियारों का जखीरा मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
सहारनपुर क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम ने सिंघावली अहीर थाना पुलिस के साथ दीपक के फार्म हाउस में छापामारा। इस दौरान टीम ने तीन स्टाइलिश राइफल, एक अमेरिकी रिवाल्वर और 268 कारतूस बरामद किए। तीन कारतूस एसएलआर के हैं। इनके अलावा पांच शस्त्र लाइसेंस मिले हैं, इनमें से चार फर्जी होने का शक हैं।
पुलिस ने दीपक के खिलाफ कई संगीन धारा में केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया पूर्व सांसद डीपी यादव के रिश्तेदार दीपक यादव के फार्म हाउस में 15 दिन पहले सहारनपुर निवासी एक कर्मचारी को चोरी के शक में पीटा गया था। वह फार्म हाउस के असलाह के फोटो अपने मोबाइल में कैद करके ले गया। उसने सहारनपुर क्राइम ब्रांच को ये फोटो दिखाएं। इसके बाद पुलिस ने छापामारी की तैयारी की। सूचना यह भी थी कि वहां एके-47 और एसएलआर मिल सकती है।
शुक्रवार की रात में स्वाट टीम बागपत के सिंघावली अहीर थाना पहुंची। इसके बाद फार्म हाउस पर सुबह छापा मारा। वहां पहली मंजिल के एक कमरे में डबल बेड की तलाशी लेने पर ये असलाह मिले। इंस्पेक्टर सिंघावली अहीर अशोक कुमार यादव ने बताया शस्त्र लाइसेंस में एक दीपक यादव के नाम है, जिस पर मंगोलपुरी दिल्ली का पता है। इसके अलावा बाकी चार लाइसेंस फर्जी लग रहे हैं। इनकी जांच होगी।
दीपक यादव मूल रूप से चांदीनगर क्षेत्र के गौना गांव के रहने वाले हैं। जिला पंचायत में वर्ष 2000 से 2005 के बीच उपाध्यक्ष रहे हैं। उनकी शादी पूर्व सांसद डीपी यादव की भतीजी से हुई है। दीपक यादव का लंबा चौड़ा कारोबार है। उनकी गिनती बड़े पैसे वाले नेताओं में होती है।
फार्म हाउस पर असलाह का जखीरा मिलने से बुरी तरह फंसे बसपा नेता दीपक यादव के सामने अब पुलिस एके-47 का सवाल रखेगी। उनकी गिरफ्तारी होते ही पूछा जाएगा एके-47 कहां छुपाकर रखी। इसके अलावा एसएलआर के बारे में भी बताना होगा। पुलिस को शक है दीपक के पकड़े जाने पर कई अत्याधुनिक हथियारों की बरामदगी हो सकती है।