कैथल – हरियाणा नबर वन जी हाँ यही कहा जाता था हरियाणा की पूर्व कांग्रेस सरकार के समय ,टीवी चैनलों ,अख़बारों में विज्ञापन की सुर्ख़ियों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा की फोटो के साथ हरियाणा की जनता को खूब गुमराह किया किया अगर हरियाणा में विकाश हो रहा होता तो सभी को दिखाई देता फिर पूर्व कांग्रेस सरकार ने हरियाणा की जनता को लगभग 133 करोड़ रूपये के विज्ञापनों के माध्यम से यह सब बताने की जरूरत क्यों महसूस हुई की हरियाणा नबर वन है ,क्या पूर्व सरकार को हरियाणा की जनता पर विश्वास नही था या फिर हरियाणा की जनता को पूर्व कांग्रेस सरकार सिर्फ गुमराह कर रही थी जिसका नतीजा हरियाणा की जनता ने 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ वोट करके दिया ।
लेकिन कांग्रेस के कुछ नेताओ जिनमे कैथल हल्के से विधायक रणदीप सुरजेवाला भी शामिल है ने जनता के समक्ष पिछले चुनाव में विकास के नाम पर मतदान करने की मांग की और जीत हासिल की ,क्योंकि कैथल हल्के में कांग्रेस सरकार के समय या यूँ कहिये की रणदीप सुरजेवाला के नेतृत्व में विकास हुआ जो मतदान के दिन भी चला लेकिन जैसे ही पुरे हरियाणा से कांग्रेस का सफाया हुआ लेकिन कैथल की जनता ने रणदीप सुरजेवाला को जीत दिला कर विकास को जीत दिलाई ,लेकिन ऐसा क्या हुआ की हरियाणा में बीजेपी सरकार बनते ही सभी विकास कार्यो पर रोक लग गई ,लेकिन कैथल की जनता ने तो अपना फर्ज निभाया फिर रणदीप सुरजेवाला ने यहाँ विकास कार्य क्यों रुकवा दिए ,क्या कैथल की जनता ने रणदीप को फिर से अपना विधायक बना कर गलती की ,या फिर रणदीप सुरजेवाला कुछ कारसतानी कर रहे है या फिर हरियाणा की बीजेपी सरकार की नाकामी है जो चलते विकास कार्य अचानक रुक गए ,या फिर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने हरियाणा का सारा खज़ाना विज्ञापनों पर खर्च कर दिया जिसकी भरपाई वर्तमान बीजेपी सरकार नही कर पा रही ,नेताओ की घटिया कारगुजारी और भर्ष्टाचारी का दंड जनता से सिर क्यों ,क्या किसी मुख्यमंत्री को यह हक है की की कमाई को फिजूल खर्च कर सके ,जी हाँ ऐसा ही हुआ है।
हरियाणा की पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जिसके कारण आज हरियाणा की जनता खुद को अहसाय महसूस कर रही है ,चुनाव मतदान के दिन सड़कों पर विकास कार्य चल रहा था जो अचानक रुक गए अब तो विधायक रणदीप सुरजेवाला भी हल्के में कहीं दिखाई नही देते इसके पीछे क्या वजह है विधायक रणदीप सुरजेवाला ही बता सकते है लेकिन जिस तरफ कैथल की जनता ने विश्वास करके फिर से रणदीप को विधानसभा भेजा उससे तो ऐसा लगता है की विधायक कैथल की जनता के साथ मज़ाक कर रहे थे और चुनाव जितने के बाद नेताई कारसतानी पर उत्तर आये जिसका ठीकरा वर्तमान बीजेपी के सर फोड़ना चाह रहे है ,जनता के बीच तो ये भी सुनाई दे रहा है की जब पहले विधायक बने तब रणदीप ने विकाश कैसे करवाये और फिर से विधायक बनने के बाद क्यों कर रुकवा दिए जो भी हो हालत यह कह रहे है की वर्तमान बीजेपी सरकार और पूर्व कांग्रेस सरकार की लड़ाई में पीस तो राज्य की जनता गई।
रिपोर्ट : –राजकुमार अग्रवाल