मुंबई : महाराष्ट्र में खराब मानसून और सामान्य से कम बारिश होने के मौसम विभाग के अनुमान के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने जल संकट से निबटने के लिए क्लाउड सीडिंग के जरिए बारिश कराने की योजना बनाई है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। राजस्व, राहत एवं पुनर्वास मंत्रालय ने पिछले महीने राज्य के विभिन्न हिस्सों में क्लाउड सीडिंग के लिए टेंडर जारी किए थे।
इस मुद्दे पर मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में भी चर्चा हुई और 10 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई।
राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, “हम महाराष्ट्र के विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र में क्लाउड सीडिंग की योजना बना रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षो से राज्य सूखे का प्रकोप झेल रहा है, ऊपर से बेमौसम बारिश और ओलावृष्ठि ने राज्य की रही सही फसल भी बर्बाद कर दी है। मौसम की मार से व्यथित और कर्ज में डूबे किसान आत्महत्या कर रहे हैं। वर्ष 1992 में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने शहर को जलापूर्ति करने वाली झीलों के ऊपर क्लाउड सीडिंग कराई थी, लेकिन परिणाम आशानुरूप नहीं मिले थे।
क्लाउड सीडिंग प्रणाली में कोयले को एक भट्ठी में 1,350 डिग्री सेल्सियस ताप पर जलाया जाता है, जिससे सिल्वर आयोडाइड पाउडर के रूप में पैदा होता है। और ये कण वायुमंडल में जाकर 10-12 मिनट में बादल बनाते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि क्लाउड सीडिंग की प्रस्तावित प्रक्रिया पर अमल मौजूदा मानसून पैटर्न के अध्ययन के बाद किया जा सकेगा और यह एक बड़ा प्रयोग होगा। यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो राज्य में इस प्रक्रिया को नियमित रूप से इस्तेमाल किया जा सकेगा। – एजेंसी