मुंबई – मुंबई के लेक होम्स कॉम्प्लेक्स बिल्डिंग के लोगों ने सोचा भी नहीं होगा कि पिज्जा ऑर्डर करना उनके लिए वरदान जैसा साबित होगा। शनिवार शाम मुंबई की 22 मंजिला बिल्डिंग में आग लगी थी, जिसमें 7 लोग मारे गए थे और 28 घायल हुए थे। पिज्जा डिलिवर करने आए जितेश अहीर ने जैसे ही देखा कि आग के कारण बिल्डिंग के भीतर अफरातफरी है, उन्होंने अपनी जिंदगी खतरे में डालते हुए बिल्डिंग के भीतर फंसे 25 लोगों को बाहर निकाला। 21 साल के जितेश ईगल बॉयज पिज्जा के लिए काम करते हैं।
आग लगने की वजह एक एयर कंडिशनर (एसी) में ब्लास्ट होना हो सकता है। रविवार को फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि चांदीवली इलाके में स्थित 21 मंजिला रिहाइशी इमारत की 14वीं मंजिल पर एक एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट होने के बाद आग लगनी शुरू हुई और लकड़ी के फर्निचर और फोम जैसे ज्वलनशील सामानों के कारण जल्द ही ऊपरी मंजिलों पर फैल गई।
उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच जारी है और सारी रिपोर्ट्स मिलने के बाद ही असली कारण का पता चलेगा। इस हादसे में मारे गए 7 में से 5 लोगों ने लिफ्ट के सहारे बाहर निकलने की कोशिश की थी, लेकिन दमकल कर्मियों के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था।
हाल ही के दिनों में मुंबई में आग लगने की यह दूसरी बड़ी घटना थी। करीब एक महीने पहले 10 मई को कलबादेवी इलाके स्थित एक इमारत में भीषण आग लगने के बाद बचाव अभियान के दौरान शहर के चीफ फायर अफसर सुनील नेसरीकर समेत 4 दमकलकर्मियों की मौत हो गई थी।