कोलकाता – मेरी बहन की उम्र बढ़ रही थी और वह अपनी आजादी को लेकर मुखर हो रही थी। मेरी मां को उससे ईर्ष्या करती थी। हम छुट्टियों में दिघा गए। मेरी मां ने उसे बाथरूम में नंगा कर दिया था… मेरी मां को लगता है कि मैं नपुंसक हूं। वह मुझे रिश्ता बनाते हुए देखना चाहती है। इसीलिए वह एक नौकरानी मेरे कमरे में भेज दिया करती है
पार्था डे ने ये लाइनें 10 कॉपियों में लिख रखीं थीं जिन्हें वह अपनी ‘आत्मकथा’ कहते हैं। गुरुवार सवेरे पुलिस को पता चला कि पार्था डे इस बंगले में अपनी बहन के कंकाल और दो पालतू कुत्तों के शव के साथ रह रहे थे। कोलकाता के रॉबिंसन स्ट्रीट पर के इसी मकान में पार्था के पिता अरबिंदो डे ने अपने मकान में आग लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
बंगले के कई जगहों पर मिले नोट्स से पुलिस का शक इस बात पर बढ़ा कि पार्था के परिवार के लोगों के बीच एक जटिल रिश्ता था। हालांकि मनो चिकित्सक इस बात को लेकर एहतियात बरतने की सलाह देते हैं कि पार्था ने ये नोट्स किसी गलतफहमी को लिखें हों।
हालांकि वे इस संभावना से भी इनकार नहीं करते हैं कि पार्था के परिवारवालों के बीच सेक्स संबंध था या फिर बहन की मौत के लिए किसी न किसी प्रकार से पार्था जिम्मेदार हों। लेकिन वे कुछ हफ्तों तक पार्था की मानसिक स्थिति को समझने के लिए रुकना चाहते हैं ताकि उसका दिमाग किसी भुलावे से सच के करीब आ सके।
पुलिस ने बताया कि पार्था के कुछ नोट्स से ऐसा लगता है कि पार्था की मां को बहन के साथ उसकी नजदीकी पसंद नहीं थी और इसी वजह से पार्था अपनी मां को पसंद नहीं करते थे। पार्था की जांच करने वाले सिकाइअट्रिस्ट सब्यसाची मित्रा ने बताया कि 44 साल के पार्था नेक्रोफिलिया से पीड़ित हो सकते हैं जिसमें किसी व्यक्ति में मृत शरीर के प्रति यौन आकर्षण पैदा हो जाता है।
उन्होंने कहा, ‘हालांकि यह साबित नहीं हो पाया है लेकिन इस तरह के मनोरोगियों के ऐसा बर्ताव असमान्य भी नहीं है।’ जांच के दौरान पुलिस को एक और अजीबोगरीब बात चली कि पार्था, उनके पिता अरबिंदो डे और उनकी बहन देबजानी हैंड नोट्स के जरिए एक दूसरे से बात करते थे।
ऐसे कई नोट्स हैं जिसने पुलिस को उलझन में डाल दिया है कि किस चिट्ठी को किसने और किसको लिखा। लिखावट की पहचान के लिए एक्सपर्ट की राय ली जा रही है। पार्था के घर में एक बात तय लगती है कि यहां लोग बातें कम करते थे और एक दूसरे को लिखा ज्यादा करते थे।