खरगोन – महेश्वर में आमजन को शुध्द पेयजल देने की कवायद पर पानी फिरते नजर आ रहा है । केंद्रीय जल आवर्धन योजना के फ़िल्टर प्लांट के निर्माण में लगे 13 करोड़ योजना पूर्ण होने के पहले ही फ़िल्टर प्लांट के साथ जमींदोज़ हो गए । भृष्टाचार की भेट चढ़ी इस योजना को लेकर न केवल प्रशासन बल्कि राजनितिक हल्के में भी हलचल मच गई है ।
इस मामले में जाँच के लिए आ रहे अधिकारियो ने भेजी रिपोर्ट में योजना में भारी भ्रष्टाचार किये जाने का खुलासा किया है । अधूरी योजना का सारा आहरण नगर पालिका अध्यक्ष दामोदर महाजन और प्रभारी सी एम् ओ संजय कानूनगो द्वारा किया गया । कमिश्नर के दौरे के बाद फ़िल्टर प्लांट के जमीन में धसे हिस्से को सपोर्ट देने का काम शुरू हुआ लेकिन 2035 तक जल आपूर्ति के लिए बनी 13 करोड़ की योजना निर्माण अवधि में ही जमीन में धसने से योजना पर कई सवाल खड़े हो रहे है । इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है । वही सवालो में घिरे जिम्मेदार भी बचने का प्रयास कर रहे है ।
सी एम ओ महेश्वर किशोर गुर्जर ने बताया कि इस लापरवाही को उजागर होंने के बाद हुई जाँच को लेकर टीम ने जाँच रिपोर्ट दी है ।कार्रवाई की जा रही है ।
फिल्टर प्लांट में निर्माण में लापरवाही हुई है । CLF को फिर से बनाने के निर्देश कंपनी को दिए जायेंगे ।
कलेक्टर नीरज दुबे खरगोन
रिपोर्ट :- फरीद शेख