नई दिल्ली – आईएस के बढ़ते आतंक के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस्लामिक स्टेट को बहुत बड़ा चैलेंज न मानते हुए कहा है कि हमारी सेना उसके खात्मे के लिए पूरी तरह से सक्षम है। गृह मंत्री दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और विकास के मुद्दे पर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान की भारत में आतंकियों को भेजने की साजिश की जमकर आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि सीमा पार से पाकिस्तान लगातार भारतीय सीमा में गोलीबारी कर रहा है। इसकी आड़ में वह भारतीय सीमा में आतंकियों को घुसाने की कोशिश भी कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने यहां आतंकियों के प्रशिक्षण शिविर चलाता है और इसका उदाहरण है कि 2008 में हुए मुंबई हमले में पाकिस्तान का आतंकी कसाब जिंदा पकड़ा गया था। इसके अलावा हाल ही में दो अन्य पाकिस्तानी आतंकियों को भारतीय सुरक्षाबलों ने जिंदा पकड़ा है और सभी ने पाकिस्तानी होना कबूल किया है। यह सबूत है कि पाकिस्तान अपने यहां पर आतंकियों का प्रशिक्षण शिविर चलाता है और उन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है लेकिन पाकिस्तान लगातार इस बात से इंकार करता रहा है, मगर यह कहीं ओर से नहीं आ रहे हैं।
गृहमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों पंजाब और कश्मीर में हुए आतंकी हमलों में जिन दो आतंकियों को पकड़ा गया वह लश्कर के थे। इन दोनों ने ही पाकिस्तान में आतंकी शिविराें में ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने पाकिस्तान पर दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार वार्ता को भी रद करने का आरोप लगाया।
उनका कहना था कि पाकिस्तान भारत से मधुर संबंध बनाने का इच्छुक नहीं है वह सिर्फ ऐसा करने का दिखावा करता आया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि नई सरकार आने के बाद माओवादियों की गतिविधियों में 30 फीसद की कमी आई है। बांग्लादेश का जिक्र करते हुए उन्होंने वहां हो रही गायों की स्मगलिंग पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नई सरकार के आने के बाद इसमें भी कमी आई है। पहले जहां 20-25 लाख गायों की स्मगलिंग की जाती थी वहीं अब यह तीन लाख तक पहुंच गई है। सरकार की कोशिश है कि इसको पूरी तरह से रोका जाए।