नई दिल्ली- कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज केंद्र सरकार की नीतियों को ‘किसान विरोधी’ करार देते हुए कहा कि उनके अच्छे दिन कहां हैं? राहुल ने ओडिशा के बारगढ़ जिले में किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों और मजदूरों ने मोदी जी पर भरोसा जताया, क्योंकि उन्होंने उनके लिए अच्छे दिनों का वादा किया।
लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद वे दो दिनों में ही उन्हें भूल गए। किसानों के अच्छे दिन कहां हैं? किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह देश मुट्ठी भर लोगों और उद्योगपतियों का नहीं है। यह देश आपका है। मैं वादा करता हूं कि मेरी पार्टी और मैं किसानों व पीड़ितों के लिए लड़ेंगे। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने गरीब किसानों की जमीन छीनने की कोशिश की।
राहुल गांधी ने कहा कि यहां मैं किसानों के मुद्दे पर आया हूं। मोदी सरकार चुने हुए कुछ उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। किसान के पास ज़मीन को छोड़ कर कुछ नहीं होता। NDA सरकार की मुहिम थी की किसी भी तरह से किसानों से उसकी ज़मीन ले ली जाए। तीन बार सरकार ने बिल लाने की कोशिश की, लेकिन हमने उसे पास नहीं होने दिया। इस सरकार को अब किसानों की फ़िक्र नहीं, उन्हें भूल गई है और चंद उद्योगपतियों के लिए काम कर आ रही है।
दरअसल, कर्ज में दबे होने के चलते पश्चिम ओडिशा में कई किसानों ने आत्महत्या कर ली है। किसानों की आत्महत्या के मुद्दे को उठाने के लिए ही राहुल किसान बचाओ मार्च करने जा रहे हैं। अपनी ओडिशा यात्रा के पहले दिन राहुल ने उन किसानों के परिवार से मुलाकात की जिन्होंने गरीबी और कर्ज के चलते आत्महत्या कर ली।