नई दिल्ली- हर साल धूमधाम से मनाई जाने वाली दुर्गापूजा इस साल कुछ अलग और खास है. कई आयोजक इस बार उत्सव में पर्यावरण के अनुकूल शामियाने बनवा रहे हैं। कुछ जगहों पर पंडाल में फ्री Wi-Fi की भी सुविधा होगी ।
उत्सव को पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए प्लास्टिक से बनी सामग्रियों और सिंथेटिक पेंट जैसी हानिकारक सामग्रियों का उपयोग न करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। दक्षिण दिल्ली के सीआर पार्क D ब्लॉक के निवासी गर्व से दावा करते हैं कि पिछले 18 साल से उन्होंने पंडाल को पर्यावरण के अनुकूल बनाने की पंरपरा को जारी रखा है।
संगठन समिति के स्वयंसेवकों में से एक देबज्योति बसुराय ने कहा, ‘हम प्लास्टिक के सजावट के समान की जगह ऐसे कागज का इस्तेमाल करते हैं, जिनका फिर से प्रयोग किया जा सके। हम थर्मोकोल और धातु का इस्तेमाल करने से बचते हैं. इनकी जगह हम घास, जूट, मिट्टी से बने बर्तनों आदि सामग्री का उपयोग करते हैं, जिन्हें आसानी से नष्ट किया जा सकता है।
एक अन्य स्वयंसेवक अंशुमान सेनगुप्ता ने D ब्लॉक में आयोजित पूजा के दौरान कागज बचाने के तरीकों पर बात की। सेनगुप्ता ने कहा, ‘हमने अपने प्रिंट विज्ञापनों और प्रिंट प्रचार की अन्य सामग्री को 80 प्रतिशत तक LED के इस्तेमाल से डिजिटल मीडिया में बदल दिया। इससे ग्रीन हाउस उत्सर्जन को कम किया गया है।
पूजा पंडालों में इस बार भक्तों को फ्री वाई-फाई भी मुहैया करवाया जाएगा। इस साल दुर्गा पूजा आयोजन के 25 साल पूरे करने के मौके पर दिल्ली के वसंधुरा एंक्लेव के पंडालों में भक्तों के लिए फ्री वाई-फाई का प्रबंध किया गया है। साथ ही पंडालों और मूर्तियों के पर्यावरण के अनुकूल होने पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।
फ्रेंड्स ऑफ यमुना (FoY) के स्वयंसेवकों ने सीआर पार्क B ब्लॉक में आयोजित होने वाली दुर्गा पंडाल का दौरा किया। FoY ने सुझाव देने के साथ ही पारंपरिक प्रथाओं को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के तरीके भी बताए।