नई दिल्ली- लोकसभा में असहिष्णुता पर चल रही बहस उस समय हंगामे में तब्दील हो गई जब मार्क्सवदी कम्यूनिस्ट पार्टी के सांसद मोहम्मद सलीम ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर गंभीर आरोप लगा दिया। आरोप पर राजनाथ ने कड़ी आपत्ति जताई और भाजपा सदस्य समर्थन में खड़े हो गए।
सांसद सलीम द्वारा लगाए गए आरोप के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं इससे आहत हुआ हूं और अगर ऐसा बयान कोई गृहमंत्री देता है तो उसे पद पर बने रहने का कोई नैतिक हक नहीं है। लोकसभा अध्यक्ष ने सांसद सलीम के बयान को रिकॉर्ड में रखने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि सांसदों को बिना नोटिस के इस तरह के आरोप नहीं लगाने चाहिए।
असहिष्णुता पर बहस करते हुए सलीम ने कहा कि हमें अखलाक की हत्या पर शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि असहिष्णुता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं? सलीम ने कहा कि देश में असहिष्णुता खुल्लम-खुल्ला हो रही है। इससे पहले सदन ने पेरिस में हुए हमले और रूस का विमान मार गिराए जाने की निंदा की और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।