सहारनपुर- उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गुरू और शिष्या के पवित्र रिश्ते को कलंकित करते हुए बृहस्पतिवार दोपहर स्कूल परिसर में एक अध्यापक ने चाकू दिखाकर नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म किया। छात्रा की चीख सुनकर वहां पहुंचे ग्रामीणों ने आरोपी अध्यापक को पकड़ लिया। ग्रामीणों ने पिटाई कर पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी।
मामला अलग-अलग संप्रदाय का होने के चलते गांव में तनाव हो गया। पुलिस आरोपी को कोतवाली ले आई। पीड़ित छात्रा के पिता की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़ित छात्रा के पिता ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उसकी पुत्री गांव के एक निजी स्कूल में 9 वीं की छात्रा है।
बृहस्पतिवार को स्कूल की छुट्टी होने के बाद आरोपी शिक्षक बिजेंद्र निवासी बिसनौट थाना गंगोह ने उसे परीक्षा में आने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर बताने का झांसा देकर वहीं रोक लिया। स्टाफ के जाने के बाद आरोपी उसकी पुत्री को स्कूल की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में ले गया। वहां उसने छात्रा के साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दी। विरोध पर अध्यापक ने मारपीट की और चाकू से आतंकित कर जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया।
छात्रा की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण वहां पहुंचे और कमरे का दरवाजा खुलवाया। दरवाजा खुलते ही आरोपी अध्यापक भागने लगा परंतु ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया। छात्रा द्वारा मामले की जानकारी दिए जाने पर ग्रामीणों ने उसकी धुनाई शुरू कर दी। मामला अलग-अलग संप्रदाय का होने के चलते गांव में तनाव होने लगा इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर एसडीएम हीरालाल यादव, सीओ योगेंद्रपाल सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए।
अधिकारियों ने आक्रोशित भीड़ को समझाकर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और आरोपी को कोतवाली ले आए। लड़की को भी थाने बुलवा लिया गया। उधर, सैकड़ों ग्रामीण भी थाने पर जमा हो गये।
भीड़ बढ़ती देख पुलिस ने समझा-बुझा कर उन्हें वहां से हटाया। पीड़िता के पिता द्वारा आरोपी के खिलाफ तहरीर दी गई है। सीओ योगेंद्रपाल सिंह ने बताया कि आरोपी अध्यापक के खिलाफ धारा 376, पोक्सो एक्ट सहित संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इसके अलावा एनएसए में निरुद्ध करने के लिए भी कार्रवाई की जा रही है। छात्रा को मेडिकल जांच के लिए भेजा जा रहा है।
आठवीं की मान्यता 10वीं तक क्लास
आरोपी बिजेंद्र ही स्कूल का संचालक भी है। उसके स्कूल की मान्यता तो आठवीं तक की है, मगर उसके यहां कक्षाएं 10वीं तक चल रही हैं। बोर्ड एग्जाम के लिए दूसरे स्कूलों से टाइअप कर फार्म भरवाया जाता है। नौवीं की छात्रा को स्कूल संचालक ने पढ़ाई के बहाने ही रोका था।
तनाव को देखते हुए अलर्ट
मामला अलग-अलग संप्रदाय का होने और कोतवाली में भीड़ बढ़ती देख पुलिस चौकन्नी हो गई। तनाव को देखते हुए आरोपी की सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस ने उसे लॉकअप से निकालकर किसी अन्यत्र स्थान पर बंद कर दिया। किसी को उससे मिलने नहीं दिया गया। इसके अलावा गांव में भी पुलिस नजर बनाए हुए हैं।-एजेंसी