शिमला- नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाना खुद को ही भारी पड़ गया है. सोमवार को केन्द्र के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस पार्टी का कुप्रबंधन जगजाहिर हुआ.
शिमला में प्रदेश अध्यक्ष सुखविन्द्र सुक्खू के नेतृत्व में जमा हुए कांग्रेसी कार्यकर्ता केंद्र का पुतला फूंकने के चक्कर में अपने कार्यकर्ताओं को जला बैठे. शिमला के डीसी ऑफिस के बाहर कांग्रेसियों की यह भीड़ आई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने थी, लेकिन टॉप लीरडशिप की बदइंतजामी के कारण पुतला फूंकने की जल्दबाजी में पार्टी कार्यकर्ता ही लापरवाही का शिकार हो गए.
ये कोई छोटा मोटा प्रदर्शन नहीं था, बल्कि इसमें सुक्खू सहित तमाम बड़े नेता मौजूद थे. कुप्रबंधन ऐसा था कि पुतला तो बाद में जला खुद के कार्यकर्ता पहले ही आग में झुलसते नजर आए. बेहद तंग जगह पर कांग्रेसियों की भीड़ खड़ी है. एक कार्यकर्ता के हाथ में पेट्रोल से भरी बोतल है जिसे पुतले पर उड़ेलकर एक दम से आग लगा दी गई.
फिर क्या था पुतला बम बन गया जिसकी चपेट में आया कार्यकर्ता किस तरह कराह रहा है, जिसकी परवाह को किसी को नहीं लग रही. दिलचस्प बात यह थी कि ये प्रदर्शन किसी दूरदराज के इलाके में नहीं राजधानी के डीसी ऑफिस में हो रहा था.